घाटों की सफाई कर एनडीआरएफ ने लोगों को किया जागरूक

बुधवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित करने के बाद जहां लोग वापस अपने घरों को लौटने लगे। वहीं, घाटों पर अपने पीछे गंदगी का अंबार छोड़ गए। जिसे देख पूजा संपन्न होने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने घाटों पर फैली गंदगी को साफ कर एक तरफ जहां गंगा मैया को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने का संदेश दिया। वहीं लोगों को सफाई के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 04:42 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 04:42 PM (IST)
घाटों की सफाई कर एनडीआरएफ ने लोगों को किया जागरूक
घाटों की सफाई कर एनडीआरएफ ने लोगों को किया जागरूक

बक्सर । बुधवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित करने के बाद जहां लोग वापस अपने घरों को लौटने लगे। वहीं, घाटों पर अपने पीछे गंदगी का अंबार छोड़ गए। जिसे देख पूजा संपन्न होने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने घाटों पर फैली गंदगी को साफ कर एक तरफ जहां गंगा मैया को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने का संदेश दिया। वहीं लोगों को सफाई के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। पवित्रता और स्वच्छता के प्रतीक आस्था के महापर्व छठ पूजा के पूर्व लोग गंगा घाट पर पसरी गंदगी को साफ-सुथरा कर एकदम चकाचक बना देते हैं। जिसे देखने के बाद आभास भी नहीं होता कि पूजा के पूर्व कभी यहां इतनी अधिक गंदगी रही होगी कि पांव भी रखना मुश्किल हो। वहीं, पूजा संपन्न होने के बाद एक तरफ श्रद्धालु जहां घर जाने की जल्दी में होते हैं। पूजा के दौरान अपने पीछे कूड़े का अंबार छोड़कर चले जाते हैं। बुधवार की सुबह भी छठ पूजा संपन्न होने के बाद कुछ ऐसा ही हुआ। जिसे देखने के बाद सुरक्षा के लिए यहां आई एनडीआरएफ की टीम से देखा नहीं गया। और टीम के सहायक कमाण्डेंट जयप्रकाश ने आपस में मशविरा कर घाटों पर पसरी गंदगी को साफ करने का निर्णय लिया। बस फिर क्या था, कमांडेंट का इशारा पाते ही बक्सर पहुंचे 9 एनडीआरएफ बिहटा के सभी 43 जवान तुरंत घाटों की सफाई में लग गए। और महज दो घंटे के अंदर रामरेखा घाट का पूरा इलाका साफ कर दिखा दिया। मौके पर कमांडेंट जयप्रकाश ने बताया कि गंगा हमारी मां हैं जिन्हें हम पूजते आए हैं। इसे साफ रखने की जिम्मेवारी भी हमारी है। इसके लिए लोगों को जहां जागरूक होना पड़ेगा। वहीं, बक्सर नगर परिषद को भी इसके लिए सहयोग करते हुए ऐसे किसी भी अवसर के आने पर हर तीस मीटर पर कूड़ेदान की व्यवस्था करनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने नप के व्यवस्था की तीखी आलोचना की। मौके पर निरीक्षक राजीव रंजन कुमार एवं राजन कुमार के साथ एनडीआरएफ की 41 सदस्यीय टीम मौजूद थी।

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