163 किसानों के बीच मूंग का बीज वितरण, 36 को होम डिलेवरी

बक्सर जिले में पहली बार किसानों को कृषि विभाग द्वारा होम डिलेवरी के तहत मूंग का बीज विति

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:48 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:48 PM (IST)
163 किसानों के बीच मूंग का बीज वितरण, 36 को होम डिलेवरी
163 किसानों के बीच मूंग का बीज वितरण, 36 को होम डिलेवरी

बक्सर : जिले में पहली बार किसानों को कृषि विभाग द्वारा होम डिलेवरी के तहत मूंग का बीज वितरित किया गया है। इस दौरान जिन किसानों ने विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन दिया था उनमें से 163 किसानों को उनकी मांग के अनुसार गोदाम से बीज की आपूर्ति की गई। जबकि जिन किसानों ने होम डिलेवरी का आप्शन चुना था वैसे 36 किसानों को उनके घर तक मांग के अनुसार बीज पहुंचाया गया। इस प्रकार इस बार जिले के 199 किसानों के बीच मूंग का बीज वितरित किया गया है। विभाग द्वारा होम डिलेवरी की सुविधा शुरू कराए जाने से किसानों के बीच काफी खुशी है।

इसकी जानकारी देते जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने बताया कि मूंग की खेती के लिए इस बार राज्य बीज निगम द्वारा जिले को 23.48 क्विटल बीज आपूर्ति का लक्ष्य तय किया गया था। इसकी सूचना किसानों को दिए जाने के बाद किसानों द्वारा विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन दिया गया था। हालांकि, बीज निगम द्वारा लक्ष्य दिए जाने के बावजूद महज 15.68 क्विटल ही बीज की आपूर्ति भेजी गई थी। दरअसल किसानों द्वारा की गई मांग का आकलन करने के बाद बीज निगम द्वारा महज 15.68 क्विटल ही बीज की मांग को देखते हुए आपूर्ति भेजी गई थी। डीएओ ने बताया कि इसमें से 13.16 क्विटल बीज का वितरण 163 किसानों के बीच कर दिया गया। जबकि, शेष बचे 2.52 क्विटल बीज को होम डिलेवरी के लिए बचाकर रख लिया गया था। आवेदन देते समय विभाग द्वारा मिल रही सुविधा को देखते हुए 36 किसानों द्वारा होम डिलेवरी के माध्यम से बीज आपूर्ति दिए जाने की मांग की गई थी। इसको देखते हुए सभी 36 किसानों को उनकी मांग के अनुसार उनके घर पर ही विभाग की गाड़ी से बीज की आपूर्ति भेज दी गई। इस बीच जिन किसानों को होम डिलेवरी के माध्यम से बीज की आपूर्ति दी गई उन्होंने विभाग की इस नई व्यवस्था के प्रति अपनी खुशी जताते हुए कहा कि जब विभाग होम डिलेवरी की सुविधा दे ही रहा है तो फिर वो क्यों इसके लिए विभाग के गोदामों पर जाकर कतार में खड़े होंगे। वहीं, जिन किसानों ने इसकी सुविधा नहीं ली थी उन्होंने भी भविष्य में होम डिलेवरी की सुविधा लेने में अपनी रुचि दिखाई है।

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