मानव तस्करी का शिकार होने से बचा मो.हमजा
बक्सर जिले में मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है। हालांकि किस्मत अच्छी रही कि मानव त
बक्सर : जिले में मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है। हालांकि, किस्मत अच्छी रही कि मानव तस्करी का शिकार 11 वर्षीय मो.हमजा दिल्ली पुलिस के हाथ लग गया और पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया। हमजा एक जनवरी को नावानगर से अगवा हुआ था।
जानकारी के अनुसार रणवीरपुर हाई स्कूल के शिक्षक मो.मोनिरुदीन अपने बच्चों के साथ एक जनवरी को नावानगर गांव स्थित मस्जिद में जुमा का नमाज अदा करने पहुंचे थे। जंहा से शिक्षक मो. मोनिरुदीन के 11 वर्षीय पुत्र मो. हमजा मुनीर गायब हो गया था। आस-पास सगे संबंधियों के यंहा ढूढ़ने के बाद भी हमजा के गुमशुदगी की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज कराई गई थी। इस दौरान पता चला कि बालक का चप्पल भी मस्जिद में ही था, जिसके बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसकी बरामदगी के लिए पूरे नावानगर में घर-घर सर्च अभियान चलाया लेकिन बच्चे का कहीं सुराग नहीं मिला। अचानक दो जनवरी की सुबह 10 बजे अनजान मोबाइल नंबर से बच्चें से बात हुई। बात कराने वाले युवक ने बच्चे के नई दिल्ली स्टेशन स्थित जीआरपी के पास हमजा के होने की जानकरी दी। जिसके बाद मंगलवार को बच्चे को वहां से नावानगर लाया गया। हमजा ने बताया कि एक जनवरी को मस्जिद में बगल में नमाज अदा कर रहे एक युवक ने कहा कि तुम्हारे पिता बाहर बुला रहे है। बाहर जाते ही बाइक पर सवार दो युवकों ने उसे बाइक पर बैठा उसका मुंह गमछे से बांध दिया। वे लोग उसे डुमरांव होते हुए बक्सर ले गए जंहा से ट्रेन पर उसके साथ युवक सवार हो गए। सुबह ट्रेन से वे लोग नई दिल्ली स्टेशन पर पहुंचे। मो.हमजा ने बताया कि नई दिल्ली स्टेशन पर उतरने से पहले किसी से फोन पर बात कर किस बोगी में है बताया। ट्रेन खुलते ही हमजा को किसी दूसरे व्यक्ति ने रिसीव कर लिया और सख्त ताकीद की कि कोई उससे पूछे तो उन्हें अपना पापा कहना। बात नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी दी।
दिल्ली स्टेशन पर फल खरीदने के दौरान हाथ छुड़ा भागा हमजा
दिल्ली स्टेशन पर पहुंचने के बाद जो युवक उसे लेकर वहां पहुंचा वह फल खरीदने लगा। इसी दौरान हमजा उससे हाथ छुड़ा कर सीढ़ी से दिल्ली स्टेशन के फुट ओवरब्रिज पर चढ़ गया। उसे भागते देख कुछ लोगों ने भागने का कारण पूछा तो उसने आपबीती उन्हें बताई। इसके बाद बालक को लोगों ने जीआरपी के हवाले कर दिया। पिता ने बताया कि वे लोग खुद दिल्ली जानकर अपने पुत्र को लेकर आए हैं और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दे दी है। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने अभी उससे पूछताछ नहीं की है। नावानगर थाना प्रभारी संजय कुमार ने इस मामले में आगे किसी जांच से इन्कार किया। वहीं, गांव के लोगों ने जांच के लिए एसपी से गुहार लगाने की बात कही।