गांव-गांव में घूम कर टेलीमेडिसिन की सेवा देंगे मोबाइल मेडिकल यूनिट

बक्सर बक्सर संसदीय क्षेत्र में चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत शनिवार को केंद्र

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:53 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:53 PM (IST)
गांव-गांव में घूम कर टेलीमेडिसिन की सेवा देंगे मोबाइल मेडिकल यूनिट
गांव-गांव में घूम कर टेलीमेडिसिन की सेवा देंगे मोबाइल मेडिकल यूनिट

बक्सर : बक्सर संसदीय क्षेत्र में चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री सह स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने पांच मोबाइल मेडिकल यूनिट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सभी पांच मेडिकल यूनिट आधुनिक जांच और इलाज की सुविधाओं से लैस होंगे और डॉक्टर के साथ इस वाहन में लैब टेक्निशियन और पारा मेडिकल स्टाफ भी प्रतिनियुक्त होंगे। मोबाइल यूनिट का संचालन गैर सरकारी संस्था धनुष फाउंडेशन करेगा।

वाहन को महर्षि विश्वामित्र चलंत आरोग्य वाहन नाम दिया गया है। अश्विनी कुमार चौबे ने इस मौके पर कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर मोबाइल मेडिकल इकाई का संचालन बक्सर संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में किया जा रहा है। बाद में पूरे देश भर के ग्रामीण इलाकों को इस योजना से लाभान्वित करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी इस तरह के पांच वाहन चलेंगे बाद में एक और वाहन इसमें जोड़ा जाएगा। इसमें डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, नर्स आदि की व्यवस्था फाउंडेशन के द्वारा की जाएगी। इस कार्य में पॉवर प्रोजेक्ट की कंपनी एसजेवीएन ने एंबुलेंस उपलब्ध कराया है, जिसे मोबाइल यूनिट का रूप दिया गया है। उद्घाटन कार्यक्रम में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, एम्स पटना के निदेशक डॉ.पी.के.सिंह, धनुष फाउंडेशन के डीएसएन मूर्ति के साथ-साथ बक्सर, कैमूर और सासाराम के जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ-साथ सिविल सर्जन भी मौजूद रहे। मंगल पांडेय ने उद्घाटन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की व्यवस्था सुदूर गांव के लोगों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार कोरोना की विरुद्ध जंग को सफलतापूर्वक लड़ रही है। वहीं, एम्स के निदेशक डॉ. पी. के. सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, टेलीमेडिसिन के माध्यम से एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर ग्रामीणों को सलाह देंगे। पहले से ही बक्सर सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन की व्यवस्था की गई है, जिससे वह पटना एम्स से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर भी संक्रमण काल के दौरान लोगों में जागरूकता लाने में चलंत चिकित्सा वाहन कार्यरत होगा। धनुष फॉउंडेशन के डीएसएन मूर्ति ने कहा कि प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित सेवाएं वाहन में उपलब्ध होंगी। फाउंडेशन स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई राज्यों में काम कर रहा है। ऐसे में इस अनुभव का लाभ स्थानीय जनता को भी मिलेगा।

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