सिमरी बाजार में लॉकडाउन का नहीं हो रहा अनुपालन

बक्सर वैश्विक महामारी कोरोना से अपने को बचाना है तो लॉक डाऊन का अनुपालन जरूरी है। गु

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 09:39 PM (IST)
सिमरी बाजार में लॉकडाउन का नहीं हो रहा अनुपालन
सिमरी बाजार में लॉकडाउन का नहीं हो रहा अनुपालन

बक्सर : वैश्विक महामारी कोरोना से अपने को बचाना है, तो लॉक डाऊन का अनुपालन जरूरी है। गुरुवार को सिमरी बाजार में घंटो लगे जाम से प्रशासनिक आदेश तार-तार हो रहे थे। कुछ ऐसा ही नजारा इलाहाबाद बैंक, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, सब्जी मंडी, दवा दुकान, फल मंडी एवं किराना दुकानों के साथ साथ सड़कों पर भी देखने को मिला।

पुलिस की कार्रवाई के बावजूद लोगों का घर से बाहर निकलना और भीड़ लगाना संक्रमण को आमंत्रित कर रहा है। जबकि जिला पदाधिकारी अमन समीर और पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह द्वारा गत 4 दिन पूर्व सीएचसी निरीक्षण के दौरान सिमरी बाजार में कोविड नियमों का अनुपालन होता नहीं देख स्थानीय अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई गई थी। मगर स्थानीय अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं लिए, जिसके चलते लोग बेखौफ लॉक डाउन की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे है। यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि प्रशासनिक निर्देशों का उल्लंघन कर क्या हम अपने को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा पाएंगे ? हालांकि स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी इसका प्रमुख कारण माना जा रहा है। बताते चले कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रभाव से आम जनता को बचाने के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया है। बावजूद लोग इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि उनकी भलाई के लिए ही ऐसा किया गया है।

लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों की ट्रैकिग करेंगे विकास मित्र

बक्सर : सिमरी प्रखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्थानीय प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संक्रमण की रोकथाम के लिए जहां सीमित संसाधनों के बीच प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्यों के निर्वहन में पुरी तत्परता के साथ दिन रात जुटे हुए हैं। वहीं, कृषि पदाधिकारी के नेतृत्व में पंचायतों में प्रतिनियुक्त विकास मित्रों और किसान सलाहकारों को लॉकडाउन के दौरान बाहर से आने वाले प्रवासियों को चिन्हित कर डेटाबेस तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि अब विकास मित्र और किसान सलाहकार प्रतिदिन अपने पोषक क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रखंड कार्यालय और स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करेंगे। इतना ही नहीं उन्हें हर सुबह घर से निकल गांव में लोगों के दरवाजे खटखटाने और घर के हर सदस्य की कुशलक्षेम पूछने के साथ-साथ अगर कोई बीमार है तो उसको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाने के लिए प्रेरित करने, घर में कोई सदस्य बाहर से तो नहीं आया इसकी जानकारी लेने और आया है तो उसका डाटाबेस तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को तत्काल जानकारी देने के लिए निर्देशित किया गया है। बीडीओ ने कहा कि विकास मित्रों और किसान सलाहकारों को यह भी सख्त हिदायत दी गई है कि गृह भ्रमण के दौरान वह लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाएं रखें। किसी प्रकार की भीड़ न लगने दें और लोगों को भी इस बारे में बताएं। मगर इतना याद रहे कि इस वैश्विक महामारी के संक्रमण काल में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी इसके जद में आएंगे विभाग उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करेगा।

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