डिजिटल स्क्रीन पर मिलने लगा चिकित्सकों का लोकेशन

बक्सर सदर अस्पताल में चिकित्सकों का लोकेशन पता करने में मरीजों और स्वजनों को काफी परेश्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:49 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:49 PM (IST)
डिजिटल स्क्रीन पर मिलने लगा चिकित्सकों का लोकेशन
डिजिटल स्क्रीन पर मिलने लगा चिकित्सकों का लोकेशन

बक्सर : सदर अस्पताल में चिकित्सकों का लोकेशन पता करने में मरीजों और स्वजनों को काफी परेशानी होती थी। अब यह परेशानी दूर हो जाएगी। अब अस्पताल में रोगियों की सुविधा के लिए एक डिजिटल डिस्पले लगाकर उसमें अस्पताल में मौजूद सुविधाओं तथा चिकित्सकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जानी शुरु कर दी गई है। उसमें चिकित्सकों की तस्वीर के साथ साथ उनके बैठने का स्थान एवं विभाग बताया जा रहा है।

डिजीटल स्क्रीन पर अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता के साथ ही वहां मिल रही सारी सुविधाओं बारे में भी डिजिटल डिस्पले पर जानकारी दी जा रही है। अस्पताल में पहुंचने वाले रोगियों को इस व्यवस्था को देखने के बाद एक सुखद एहसास हो रहा है। इसका दूसरा पहलू भी है,

डिजिटल डिस्पले में चिकित्सकों के साथ-साथ अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं तथा उनका स्थान अथवा कमरा संख्या एवं पंजीयन काउंटर पर बैठे लोगों की भी जानकारी दी जा रही। ऐसे में यदि कोई भी व्यक्ति अपनी जगह पर मौजूद नहीं है तो उनकी तस्वीर देखकर मरीज के परिजन आसानी से उनकी तलाश कर सकते हैं। डिस्पले में ओपीडी तथा इमरजेंसी में बैठने वाले चिकित्सकों का नाम तस्वीर एवं समय भी दर्ज रह रही है। ऐसे में चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की कोई भी बहानेबाजी नहीं चलने वाली। फिर से शुरू किया गया मे आई हेल्प यू काउंटर

डिजिटल डिस्पले होने के बावजूद ग्रामीण इलाकों से पहुंचे तथा निरक्षर व्यक्तियों को अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं तथा अन्य जानकारियों से अवगत कराने के लिए मे ''आई हेल्प यू'' काउंटर की स्थापना की गई थी। यह काउंटर काफी दिनों से बंद था] लेकिन रोगियों की परेशानी को देखऐ हुए एक बार फिर शुरू कर दिया गया है। फेस बायोमेट्रिक से हो रही है चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की एंट्री

अस्पताल में चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की एंट्री के लिए फेस बायोमेट्रिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कल में संक्रमण से बचाव के लिए शुरू की गई इस सुविधा से चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की नियमितता भी बढ़ी है। बिना चेहरे के स्कैनिग किए इस मशीन से अटेंडेंस नहीं बन सकती।

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सदर अस्पताल की सुविधाओं को बेहतर बनाए जाने का कार्य लगातार किया जा रहा है। आगे भी रोगियों के कल्याण के लिए कार्य किए जाते रहेंगे।

डॉ. जितेंद्र नाथ, सिविल सर्जन।

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