कोविड-19 पार्ट टू : गांवों में तेजी से बढ़ रहा संक्रमण, लापरवाही पड़ रही भारी
बक्सर मंगलवार की सुबह कोरानसराय बाजार सभी दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुली रही और दू
बक्सर : मंगलवार की सुबह कोरानसराय बाजार सभी दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुली रही और दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से यहां आने वाले लोग बेफिक्र होकर घूमते रहे। इस बाजार में न तो कोरोना का डर और न ही संक्रमण का परवाह। किराना दुकान हो या फल-सब्जी की दुकान। कहीं भी शारीरिक दूरी का पालन होता नहीं दिखा। रोड के किनारे चल रही नाश्ते की दुकानों पर भी भारी भीड़ उमड़ती रही। इस बीच बाजार में कई प्रतिबंधित दुकानें भी खुली नजर आई।
अबकी बार लॉकडाउन में शटर डाउन नहीं खुलेआम सामान्य दिनों की तरह खरीद-बिक्री जमकर चल रहा है। महज चार घंटे में ज्यादा से ज्यादा रुपये कमाने की मची होड़ और लापरवाही किसी भी वक्त भारी पड़ सकती है। हालांकि ग्यारह बजे के बाद पुलिस के पहुंचते ही बाजार में भगदड़ मच जाती है और रोड पर सन्नाटा पसर जाता है।
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दृश्य एक : ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की चेन को छोड़ने के लिए सरकार द्वारा लाकडाउन को 25 मई तक बढ़ाया गया है। कोरानसराय प्रमुख चौक पर रोड के किनारे संचालित जिलेबी कचौड़ी और नाश्ते की दुकानों पर प्रतिदिन उमड़ रही लोगों की भीड़ किसी भी वक्त भारी पड़ सकती है। यहां फिजिकल डिस्टेंसिग की बात तो दूर लोग एक दूसरे से टकरा रहे हैं। जबकि इस रास्ते से अधिकारियों और पुलिस प्रशासन का आना जाना लगा रहता है।
--दृश्य 2 : कोरानसराय बाजार में वेल्डिग, कपड़ा, सैलून कोल्ड ड्रिक्स व शीतल पेय पदार्थ और बाइक गैरेज सहित कई प्रतिबंधित दुकानें धडल्ले से चल रही है। इन दुकानों पर लोगों की काफी भीड़ रहती है, जिससे संक्रमण बढ़ने की खतरा को नकारा नहीं जा सकता है। यहां न तो फिजिकल डिस्टेंसिग का कोई ख्याल रहता है, और न हीं गाइडलाइन का पालन हो रहा है।
--दृश्य 3 : खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को उम्रकैद की सजा और भारी जुर्माना तक दंड देने का प्रावधान है। इसके बावजूद कोरानसराय और आसपास के इलाके में मिलावट पर अंकुश लगने का नाम ही नहीं ले रहा है। शादी विवाह और त्योहारों का सीजन शुरू होते ही इलाके में सिथेटिक दूध और उससे बने खाद पदार्थो में मिलावट का गोरखधंधा तेज हो गया है।
--दृश्य 4 : वाहनों में क्षमता से अधिक ढ़ोए जाते हैं यात्री : राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार, लॉकडाउन में बेवजह पैदल आवागमन पर भी प्रतिबंध है। लेकिन कोरानसराय और आसपास के इलाके में इस नियम का कहीं पालन नहीं हो रहा। आलम यह है कि वाहनों का परिचालन बंद होने के बाद भी सड़कों पर ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा, निजी वाहन, बाइक की संख्या अनगिनत होती है।
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कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रशासनिक स्तर पर काफी प्रयास किया जा रहा है। इसके बावजूद भी लोग नहीं मान रहे हैं कुरन सराय बाजार में प्रतिबंधित दुकान चलाने वालो को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
हरेंद्र राम, एसडीओ, डुमरांव ।