डेढ़ महीने में ढाई हजार का बालू बिकने लगा सात हजार रुपये में

बक्सर बालू की कीमत पिछले डेढ़ माह में तीन गुणा बढ़ गई है। इससे भवन का निर्माण कार्य लगभ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 09:24 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 09:24 PM (IST)
डेढ़ महीने में ढाई हजार का बालू बिकने लगा सात हजार रुपये में
डेढ़ महीने में ढाई हजार का बालू बिकने लगा सात हजार रुपये में

बक्सर : बालू की कीमत पिछले डेढ़ माह में तीन गुणा बढ़ गई है। इससे भवन का निर्माण कार्य लगभग ठप पड़ गया है। मई माह के पहले सप्ताह में सौ सीएफटी बालू की कीमत 2 हजार 6 सौ 50 रुपए थी। वह मौजूदा समय में सात हजार रुपए ट्राली की ़कीमत पर बेची जा रही है। इससे निर्माण कार्य दस प्रतिशत के बराबर पहुंच चुका है। ऐसे में मजदूरों को काम नही मिल रहा है और वे दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं।

बालू की कीमतों मई के दूसरे सप्ताह से बढोत्तरी शुरू हो गई थी। इसमें भारी उछाल 1 जून से आना शुरू हो गया। अब बालू की बढ़ी कीमत घटने के नाम नहीं ले रही है। सूत्रों की मानें तो पिछले डेढ़ माह से लॉक डाउन चल रहा है। इससे निम्न वर्ग के लोग पहले से ही आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। ऐसे में बालू की कीमत में बढ़ोतरी से उन्हें काफी कम काम मिल रहा है। इस वजह से उन्हें अपना और अपने आश्रितों का पेट भरने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बोले ठेकेदार

भवन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार फिरोज अंसारी और रामाशंकर ने बताया कि वे लोग 15 से 20 मजदूरों को रोज काम देते थे। बालू की कीमतें बढ़ने से उन्हें कार्य नहीं मिल रहा है। इस वजह से जैसे-तैसे मजदूरों को तीन से चार दिनों में एक बार काम दे कर उनका गुजर-बसर कर रहे हैं। मजदूर कर्ज ले कर भी पेट भरने को तैयार हैं लेकिन, उन्हें कर्ज भी नहीं मिल रहा है। यही स्थिति रही तो कामगारों के घर में चूल्हे जलना बंद हो जाएगा।

दुकानदारों ने रखा पक्ष

बालू विक्रेता शहबाज खान ने बताया कि, पिछले डेढ़ माह में बालू की कीमत तीन गुणा हो गई है। पूर्व में प्रतिदिन 12 से 15 सौ सीएफटी बालू की बिक्री होती थी। वहीं, अब यह घट कर सौ से तीन सौ सीएफटी हो गई है। उन्होंने बताया कि एक साथ बालू की 57 ट्रक पकड़ी गई थी। इसके बाद से ही ट्रक चालक सोन से बालू लाना बंद कर दिए। बालू की आवक कम होने से मांग बढ़ गई। इससे कीमतों में भारी उछाल आ गया। अभी दस हजार रुपए ट्राली बालू बिकने की संभावना है। ट्रक चालकों का कहना है कि चोरी-छ्पे िबालू लाने में भारी चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है। कब-कब बढ़ी कीमत

1 से 10 मई के बीच 2 हजार 6 सौ 50

11 से 20 मई के बीच 2 हजार 8 सौ

21 से 30 मई के बीच 3 हजार 5 सौ

1 से 7 जून के बीच 4 हजार

8 से 15 जून 5 हजार 5 सौ

16 से 19 जून 5 हजार 8 सौ

20 से 22 जून 7 हजार

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