अतिरिक्त बेड लगा तीसरी लहर की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
बक्सर कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में जुटा हु
बक्सर : कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में जुटा हुआ है। यहां का स्वास्थ्य महकमा दूसरी लहर के अनुभव के आधार पर होमवर्क कर रहा है। इस बार प्रखंड स्तर पर आक्सीजन सिलेंडर व आक्सीजन कंस्ट्रेंटर मशीन भी उपलब्ध रहेगी। प्रखंड स्तर पर भी कोविड मरीजों का उपचार हो सकेगा। प्रखंडों में एंबुलेस से लेकर अन्य व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा कोविड-19 से संक्रमित होने वाले मरीजों के उपचार के लिए अतिरिक्त बेड लगाए जा रहे हैं।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कोविड-19 पार्ट टू के दौरान इस पीएचसी में तीन कंस्ट्रेंटर मशीन उपलब्ध कराया गया है। जबकि, संभावित तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अतिरिक्त तीन मशीन दिए गए हैं। इससे 24 घंटे छह मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध कराया जा सकता है। यही नहीं इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध हैं जो कोरोना की तीसरी लहर में सहायक सिद्ध होगा।
शेड में लगाए गए अतिरिक्त बेड
कोविड-19 पार्ट टू के दौरान जिलाधिकारी के आदेश पर स्थानीय प्रखंड के सामुदायिक भवन में कोविड मरीजों के लिए अतिरिक्त छह बेड लगाए गए थे। लेकिन कोविड-19 पार्ट टू का लहर समाप्त होते ही उक्त सामुदायिक भवन में मनरेगा भवन शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि तीसरी लहर की तैयारी स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा बाहर बनाए गए खुला शेड में छह बेड अतिरिक्त लगाया गया है, जो सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है। फिलहाल यहां के स्वास्थ्य कर्मियों को जगह की कमी खलती है।
पीएचसी चौगाईं में उपलब्ध है संबंधित दवा
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में जुटा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सबसे पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में संबंधित दवाओं का भंडारण किया जा रहा है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि यहां भी कोरोना से संबंधित सभी दवाइयां उपलब्ध हैं। यहां प्रतिदिन ओपीडी में 150 मरीज पहुंच रहे हैं, और इसमें ज्यादातर लोग सर्दी खांसी और मौसमी फीवर से परेशान है। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक जांच में एक भी कोरोना संक्रमण मरीज नहीं मिले हैं।
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यहां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उपलब्ध संसाधनों का बेहतर एवं अधिकतम प्रयोग किया जाता है। फिलहाल यह जगह की कमी के कारण कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए बाहर शेड में अतिरिक्त बेड लगाया गया है।
डा. मितेंद्र कुमार सिंह (प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चौगाईं, बक्सर)।