जीपीएस भी नहीं ढूंढ़ सका हंसवाडीह कुंजवारा गांव का 22 बीघा पोखरा

बक्सर सात निश्चय योजना से जब हरियाली और पानी को सहेजने का अभियान शुरू हुआ तब जीपीएस की म

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 08:51 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 08:51 PM (IST)
जीपीएस भी नहीं ढूंढ़ सका हंसवाडीह कुंजवारा गांव का 22 बीघा पोखरा
जीपीएस भी नहीं ढूंढ़ सका हंसवाडीह कुंजवारा गांव का 22 बीघा पोखरा

बक्सर : सात निश्चय योजना से जब हरियाली और पानी को सहेजने का अभियान शुरू हुआ तब जीपीएस की मदद से तालाब और पोखरो की खोजबीन शुरू हुई। नावानगर के बेलांव पंचायत के हसंवाडीह कुंजनानारा गांव स्थित 22 बिगहा का सैकड़ों साल पुराना पोखरा को ढूंढ़ने में जीपीएस भी फेल हो गया। दरअसल, अतिक्रमणकारियो के चंगुल मे चले जाने व पोखरा की जमीन को अवैध तरीके से बंदोबस्त कर दिए जाने के कारण यह अस्तित्व विहीन बन गया है।

न इसके जीणोद्वार को प्रशासनिक अमला ध्यान दे रहा है न ही पंचायत स्तर पर कोई कार्य किया जा रहा है, जिसका नतीजा यह हो रहा है कि पिछले सदी के शुरुआत के सर्वे में वर्णित यह पोखरा अब नजर नहीं आता है। कहा जाता है की कभी इस पोखरे के पानी से ग्रामीणों की प्यास तो बुझती ही थी। पोखरे का निर्माण के संदर्भ मे गांव के बुजुर्ग बताते है कि इस पोखरे का निर्माण हम लोगो को भी पता नही कि इसका अतीत क्या है। गांव के इतिहास से पता चलता है कि यह पोखरा पूर्व के जमीनदारी राज पाट मे सिचाई के पानी तथा अन्य उपयोगो के लिए इस पोखरे का निर्माण कराया गया था। बताया जाता है कि वर्षों पूर्व अंचल कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी ने निजी व्यक्ति के नाम पोखरा को बंदोबस्त कर दिया। वहीं, कुछ हिस्से में अतिक्रमण हो गया।

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अब भी पोखरे का अस्तित्व बच सकता है और इसका पानी स्वच्छ बन सकता है, अगर प्रशासनिक अमला चाहे तो इस पोखरे के अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराया जा सकता है।

अजय पाण्डेय, मुखिया पोखरा की खोदाई कर पक्कीकरण घाट के अलावा जगह जगह पौधारोपण कर हरियाली लाई जा सकती है, इस पोखरे के लिए पर्याप्त जगह भी है।

रामनाथ सिंह सरकार के मुलाजिम ही पोखरा पर सितम ढाने में अव्वल हैं, पोखरे को अतिक्रमण मुक्त करा इसके अस्तित्व को बहाल कराना चाहिए, जिससे गांव में सिचाई की समस्या दूर हो सके।

जगजीतन सिंह प्रशासन सबसे पहले इसे अतिक्रमण मुक्त कराए और गंदे पानी को अन्यत्र गिराने का प्रबंध कराए, साथ ही शुद्वता बनाने के लिए पक्कीकरण व सुंदरीकरण के लिए पौधारोपण हो।

हरेन्द्र बीन पोखरे को अतिक्रमणमुक्त कराना बहुत जरूरी है, जिला प्रशासन को अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए आगे आना चाहिए।

संतोष कुमार पासवान

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