प्रखंडों में सब्जी उत्पादक सहकारी समिति का गठन, किसानों को मिलेगा दाम
बक्सर पैक्स के तर्ज पर सब्जी उत्पादक किसान अपने उत्पादित सब्जी का ऑनलाइन बिक्री कर सकेंगे। स
बक्सर : पैक्स के तर्ज पर सब्जी उत्पादक किसान अपने उत्पादित सब्जी का ऑनलाइन बिक्री कर सकेंगे। सरकार के निर्देश पर प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति के गठन की प्रक्रिया जिले में तेज गति से चल रही है। पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत सिमरी के अलावे डुमरांव, इटाढ़ी तथा चौसा प्रखंड में सब्जी उत्पादन सहकारी समिति का गठन होगा। सिमरी प्रखंड में समिति के करीब 40 सदस्य नामित हो चुके हैं। नामित सदस्यों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डुमरांव मुख्यालय बीसीओ आनंद कुमार राव को सदस्यों के भौतिक सत्यापन की जिम्मेवारी दी गई है। किसानों से सब्जी की खरीद बिक्री के लिए आधुनिक स्तर पर सब्जी मंडी का गठन प्रत्येक प्रखंडों में वैसी जगहों पर किया जाएगा, जहां किसान और व्यापारी दोनों सहज और सुलभ तरीके से पहुंच सके। प्रखंड स्तर पर सब्जी उत्पादन करने वाले किसान से समिति सब्जी की खरीद करेगी। सब्जी की कीमत का मूल्य निर्धारण भी समिति आसपास के मंडियों के बाजार मूल्य के आधार पर करेगी। इससे किसानों को अपने उत्पादित सब्जियों की कीमत के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। जिले में डुमरांव और सिमरी आदि प्रखंडों में हरी सब्जी की खेती व्यापक पैमाने पर होती है। हालांकि, बाजार तक पहुंच नहीं होने के कारण किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। 24 घंटे में हो जाएगा किसानों से खरीदे गए सब्जी का भुगतान
सब्जी समिति के लिए जो प्रकिया बन रही है, वह पैक्सों से मिलती-जुलती है। जिस तरह धान-गेहूं की अधिप्राप्ति के बाद किसानों को उनकी फसल का भुगतान 24 से 48 घंटे में होता है, उसी तरह उत्पादित सब्जी के पैसे के लिए बार- बार मंडी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। बल्कि, समिति किसानों के खरीदे गए सब्जी के राशि का भुगतान 24 घंटे में करके राशि खाते में ट्रांसफर कर देगी। इस प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी तथा सरल बनाने की तैयारी है, ताकि किसान लाभान्वित हो सके। सब्जी उत्पादक किसानों को मिलेगा लाभ
राज्य सरकार की प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति गठन की यह प्रक्रिया अगर धरातल पर सफल हुई तो इसका सबसे बड़ा लाभ सब्जी उत्पादक किसानों को मिलेगा। डुमरांव अनुमंडल के दियरा और गैर नहरी क्षेत्रों में सब्जी उत्पादक किसानों की संख्या बहुत ही अधिक है। यहां जमीन बहुत उपजाऊ है और फसल अच्छी होती है, लेकिन बाजार नहीं होने से सब्जी उत्पादक किसान साहूकारों के हाथों की कठपुतली बनकर रह गए हैं। कहते हैं बीसीओ प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति के गठन से सब्जी उत्पादक किसानों को उनके उत्पादित सब्जी का भरपूर लाभ मिलेगा। जिले के 4 प्रखंडों में समिति गठन की तैयारी चल रही है। सिमरी प्रखंड में समिति के सदस्यों की भौतिक सत्यापन की जा रही है। आनंद कुमार राव, सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, डुमरांव।