लोगों की जागरूकता से ही खत्म होगी फाइलेरिया : डा शैलेन्द्र

बक्सर लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 10:27 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 10:27 PM (IST)
लोगों की जागरूकता से ही खत्म होगी फाइलेरिया : डा शैलेन्द्र
लोगों की जागरूकता से ही खत्म होगी फाइलेरिया : डा शैलेन्द्र

बक्सर : लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 20 सितंबर से जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) का आयोजन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सेंटर फोर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से सदर अस्पताल सभागार में एकदिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।

जिला वेक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सभी मीडिया कर्मियों को कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक करने और सरकार द्वारा चलाई जा रही सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई। मीडिया कार्यशाला में डीपीएम सन्तोष कुमार, कालाजार के डीपीओ चंदन प्रसाद, केयर इंडिया डीटीएल आशीष द्विवेदी, पीसीआई डीसी अनिल कुमार दुबे, सीफार के प्रमंडलीय प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर नवनीत सिन्हा, सीफार मीडिया कोऑर्डिनेटर अमित सिंह साह व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में पीसीआई के डीसी अनिल कुमार दुबे ने कार्यक्रम में आये सभी मीडिया कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

फाइलेरिया के प्रति जागरूकता जरूरी

कालाजार के डीपीओ चंदन प्रसाद ने बताया कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाली एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है।

जिले में 1885515 लाख लोगों को खिलाई दवा

डॉ. शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिले में 18 लाख 85 हजार 515 लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए जिले में 822 दल बनाए गए हैं जिसमें 1644 ड्रग डिस्ट्रीब्यूटर शामिल होंगे। इसकी निगरानी के लिए जिले में 83 पर्यवेक्षक लगाए गए हैं। साथ ही, सभी प्रखंडों में एक रैपिड रिस्पॉन्स टीम भी प्रतिनियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि 02 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा सभी लोगों को दवा खिलाई जानी है।

इस प्रकार करना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन

केयर इंडिया डीटीएल आशीष द्विवेदी ने बताया कि 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है। 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलानी है। ध्यान रखने योग्य जानकारी

- खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है।

- दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना जरूरी है।

- अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है।

- फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।

- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

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