चौसा में डीएपी के लिए लगी किसानों की कतार, नहीं वितरित की गई खाद

बक्सर रबी फसल की बुआई के समय किसानों को डीएपी खाद की किल्लत के लिए परेशानी झेलनी पड़

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 09:38 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 09:38 PM (IST)
चौसा में डीएपी के लिए लगी किसानों की कतार, नहीं वितरित की गई खाद
चौसा में डीएपी के लिए लगी किसानों की कतार, नहीं वितरित की गई खाद

बक्सर : रबी फसल की बुआई के समय किसानों को डीएपी खाद की किल्लत के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। हर ओर खाद के लिए रार मचा हुआ है। वही प्रशासन भी चुपी साधे हुए है। मुट्ठी भर खाद चौसा बिस्कोमान को मिला है। गुरुवार को बिस्कोमान पर डीएपी के लिए किसानों की भीड़ लग गई। डीएपी के लिए किसान हो हल्ला करने लगे। स्टाक में कम मात्रा में उपलब्ध डीएपी तथा किसानों की भारी भीड़ को देखकर गोदाम बंद कर दिया गया। खाद का वितरण नहीं किया गया। पुलिस को बुलाना पड़ा।

धान फसल की कटनी के साथ किसान रबी फसल की बुआई कर रहे हैं। गेंहू की बुआई में किसानों के लिए डीएपी खाद की जरुरत होती है, मगर किसानों को खाद के लिए बेदम होना पड़ रहा है। हालांकि, जिले से चौसा बिस्कोमान को 593 बोरी खाद उपलब्ध कराया गया, लेकिन क्षेत्र के हिसाब से खाद मुट्ठी भर कहा जाएगा। बिस्कोमान से केवल चौसा ही नही राजपुर व इटाढ़ी प्रखंड के किसान भी खाद ले जाते है। गुरुवार की सुबह से तीनों प्रखंड के किसान बिस्कोमान पर खाद के लिए लाइन लगाए। गोदाम पर सुबह दस बजे के आसपास गोदाम प्रबंधक सोनू कुमार पहुंचे। किसानों की भारी भीड़ को देखकर गोदाम खोलने नहीं खोला गया। किसान हो हल्ला करने लगे। प्रबंधक ने इसकी सूचना प्रखंड कृषि पदाधिकारी व पुलिस को दिया। पुलिस के पहुंचने पर किसान बिना खाद लिए निराश होकर वापस अपने घर चले गए। किसानों का कहना था कि चौसा में गोदाम में है तो पहले चौसा क्षेत्र के किसानों में खाद वितरित की जाए। वहीं लाइन में तीनों ब्लाक के किसान खाद लेने के लिए अडिग रहे। जिसके चलते गोदाम प्रबंधक गोदाम को नहीं खोल कर वहां से हट गए। गोदाम प्रबंधक ने बताया कि नियमानुकूल एक आधार पर पंजीयन कराने वाले किसानों को तीन बोरी इफको डीएपी खाद दिए जाने का प्रावधान है। एक बोरी खाद की कीमत 1200 रुपये है। इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुधीर मांझी से संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल स्विच आफ मिला।

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