कृषि में बेहतर प्रदर्शन करने वाले किसानों को किया गया सम्मनित
बक्सर समाहरणालय के सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में जिले के प्र
बक्सर : समाहरणालय के सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में जिले के प्रगतिशील किसानों और कृषि पदाधिकारियों के साथ विशेष चर्चा की गई। इस दौरान जिले के चार वैसे किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया जिन्होंने जैविक खेती के साथ ही जल जीवन हरियाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इसकी जानकारी देते जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने बताया कि जिला कृषि विभाग के सौजन्य से मंगलवार को जलजीवन हरियाली विषय पर जिले के उन्नत और प्रगतिशील किसानों के साथ मुख्य रूप से चार बिदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। जिनमें वैकल्पिक फसल, सिचाई की आधुनिक विधियां, जैविक खेती तथा कृषि से संबंधित खेती की नई तकनीकें। इस दौरान वैकल्पिक फसल के मुद्दे पर किसानों को इस बात की जानकारी दी गई कि रबी और खरीफ के मौसम में प्रतिकूल परिस्थितियों में किन-किन वैकल्पिक फसलों की खेती की जा सकती है। इसके अलावा सिचाई के आधुनिक तरीकों के बारे में चर्चा के दौरान किसानों को इस बात की जानकारी दी गई कि सिचाई की समान्य विधियों के बदले यदि टपकन विधि से सिचाई करें तो कम पानी के खर्च में अधिक फसल का पटवन किया जा सकता है। इस दौरान उपस्थित किसानों ने जैविक खेती पर अपने अनुभवों को साझा करते बताया कि किस प्रकार से वेलोग बड़े पैमाने पर जैविक खेती कर रहे हैं। सिमरी के किसान सर्वजीत मिश्रा ने बताया कि वो वर्मी कंपोस्ट की पांच युनिट तैयार कर खेतों में इसका उपयोग करते हैं। वहीं राजपुर उतमपुर के किसान मिथिलेश कुमार राम ने बताया कि वो 10 यूनिट वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के अलावा तीन बड़े तालाबों में मछली पालन का भी कारोबार करते हैं। किसान रत्न से सम्मानित उदय नारायण ने बताया कि सर्मी कंपोस्ट के 400 बेड वो तैयार करते हैं और अपने अलावा इसका व्यावसायिक उपयोग भी करते हैं। इसके अलावा दस एकड़ में विभिन्न फसलों की जैविक खेती करते हैं तथा दो बड़े-बड़े तलाबों में मछली पालन करते हैं। वहीं ब्रह्मपुर की उन्नत जीविका समूह की अध्यक्ष शहाना खातून ने बताया कि कृषि विभाग से 80 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्रों की खरीद कर वो कम दरों पर विभिन्न यंत्र किसानों को भी उपलब्ध कराती हैं। इस अवसर पर मतौजूद सभी प्रगतिशील किसानों को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मौके पर डीडीसी डॉ योगेश कुमार सागर, डीएओ कृष्णानंद चक्रवर्ती, आत्मा के निदेशक राजेश प्रताप सिंह समेत कृष्जि्ञ विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं किसान मौजूद थे।