क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसान मायूस

जिला प्रशासन द्वारा घोषित समय पर धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसानों में मायूसी व्याप्त है। सरकारी स्तर पर खरीदारी शुरू नहीं होने से किसानों के समक्ष विकट आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 04:09 PM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 04:09 PM (IST)
क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसान मायूस
क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसान मायूस

नावानगर (बक्सर) : जिला प्रशासन द्वारा घोषित समय पर धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसानों में मायूसी व्याप्त है। सरकारी स्तर पर खरीदारी शुरू नहीं होने से किसानों के समक्ष विकट आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई है। जिसके चलते किसान मजबूरीवश अपनी मेहनत की कमाई बिचौलियों को बेचने पर मजबूर हैं। रबी फसल की बुआई व अन्य घरेलू जरूरतों की पूर्ति के लिए किसानों द्वारा बिचौलियों के हाथों धान बेचना लाचारी बनी हुई है। दूसरी ओर साहूकार धान लेने के बाद भी नोटबंदी से उत्पन्न समस्याओं का हवाला दे समय से पैसा नहीं दे रहे हैं। इस संदर्भ में भटौली के किसान भोला ¨सह, ओमप्रकाश ¨सह, रूपसागर पंकज ¨सह, चुनमुन ¨सह, गोपाल जी ¨सह, योगेन्द्र ¨सह, बुढै़ला के योगेन्द्र पान्डेय, रामाशंकर पान्डेय, अवध बिहारी ¨सह सहित कई किसानों ने बताया कि किसानों का सारा पैसा धान की खेती में ही खर्च हो गया। वहीं, तय समय पर क्रय केन्द्र नहीं खुलने से इसका फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं। राजद के वरीय नेता शारदा ¨सह यादव ने प्रखंड के सोलहों पंचायतों में अविलंब धान क्रय केन्द्र खोलने की मांग जिलाधिकारी सहित संबंधित पदाधिकारियों से की है।

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