गांवों में कोरोना की जांच और इलाज, दोनों पर लगा ग्रहण

बक्सर ब्रह्मापुर प्रखंड के गांवों में भी कोरोना संक्रमण की महामारी तेजी से फैल रही है और

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 04:39 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 04:39 PM (IST)
गांवों में कोरोना की जांच और इलाज, दोनों पर लगा ग्रहण
गांवों में कोरोना की जांच और इलाज, दोनों पर लगा ग्रहण

बक्सर : ब्रह्मापुर प्रखंड के गांवों में भी कोरोना संक्रमण की महामारी तेजी से फैल रही है और इसके बाद भी गांव में इलाज के लिए स्थापित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी डॉक्टरों और कर्मियों का प्रतिनियोजन कर उसे बंद कर दिया गया। ऐसी स्थिति में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इलाज या संक्रमण का जांच कराने के लिए 10 से 16 किलोमीटर दूरी तय कर रघुनाथपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आना संभव नहीं है।

इस महामारी को रोकने में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों को पूरी तरह भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। ब्रह्मपुर प्रखंड के नैनीजोर, चंद्रपुरा, ब्रह्मपुर, बगेन, भदवर और बलुआ के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के सभी डॉक्टर और कर्मियों का प्रतिनियोजन बक्सर और डुमरांव में कर दिया गया। इसके बाद इन केंद्रों में ताले लटक गए। अब वहां जाने वाले ग्रामीण निराश होकर लौट जाते हैं। इसके अलावा रघुनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आधा दर्जन डॉक्टरों को हटा दिया गया और फिलहाल दो डॉक्टरों के भरोसे यह अस्पताल चल रहा है। प्रखंड क्षेत्र में इस समय कुल 186 पॉजिटिव केस हैं, जिसमे से मात्र 31 ही सक्रिय हैं। खुशी की बात यह है कि इलाज की व्यवस्था पंगु होने के बाद भी ग्रामीण देसी काढा पीकर और सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए संयम के साथ ठीक भी हो रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 24 घंटे में कुल 245 जांच में केवल एक पॉजिटिव केस मिला। ग्रामीणों की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि कोरोना संक्रमण की जांच केवल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही हो रहा है। वैसे भी विभाग डॉक्टरों और संसाधन की कमी झेल रहा है और परिवहन बंद होने से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोग जांच नहीं करा पाते हैं।

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