सिडीकेट नहर के पास से नगर परिषद ने हटवाया अतिक्रमण
बक्सर नगर परिषद ने मंगलवार को सिडिकेट नहर के पास से अवैध अतिक्रमण को हटाया। टीम का
बक्सर : नगर परिषद ने मंगलवार को सिडिकेट नहर के पास से अवैध अतिक्रमण को हटाया। टीम का नेतृत्व कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार कर रहे थे। मृत नाहर के पास वेंडिग जोन बनाने की तैयारी की जा रही है। वहीं पर सब्जी दुकानदार अपनी दुकानें लगा सकेंगे। इस दौरान आसपास क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
अवैध कब्जा कर रखे होटल व गुमटी नुमा दुकानों को हटा कर नप की जमीन को कब्जा मुक्त कराया जा रहा था। इस दौरान जलपान गृह के मालिक नप कर्मचारियों से एक दिन की मोहलत मांग रहे थे। लेकिन, कर्मचारी जेसीबी लगा कर उनकी होटलों को नेस्तनाबूद करने पर आमादा रहे। इस बीच दुकानदारों ने पदाधिकारी से गुहार लगाई। इसके बाद उन्होंने एक दिन की मोहलत दे दी। इसी बीच ऑटो स्टैंड के पीछे एक व्यक्ति ने सारकारी जमीन पर अवैध ई-रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट बनवा रखा था और बिजली का कॉमर्शियल कनेक्शन भी उसके पास नहीं था। पदाधिकारी ने बताया कि विद्युत विभाग को सूचना दें उनसे कमर्शियल कनेक्शन से संबंधित जानकारी मांगी गई है। इसके बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि कृष्णा शर्मा से लेकर सिडिकेट नाहर के आसपास सड़क किनारे जितनी भी दुकानें लग रही हैं, उन्हें एक स्थान पर एकत्रित करने की योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। इसी तरह महावीर स्थान से बड़ी बाजार के आसपास जितनी भी दुकानें लग रही हैं सभी दुकानों को महात्मा गांधी बाजार में दुकान में लगाने की हिदायत दी गई है।
बहाली में धांधली पर आइसीडीएस डीपीओ ने दिए जांच के निर्देश
बक्सर : बाल विकास परियोजना कार्यालय नावानगर में फर्जी चपरासी रखे जाने और उसके द्वारा सेविका एवं सहायिका की बहाली में पैसा मांगने का मामला सामने आया है। इस मामले की जांच जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आइसीडीएस ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नावानगर को दी है।
इस बाबत नावानगर सीडीपीओ को प्रेषित पत्र में डीपीओ ने कहा है कि बेलांव पंचायत की मनहथा की रहने वाली बबिता कुमारी पति हरिशंकर सिंह ने नावानगर परियोजना में गोधन यादव नामक फर्जी चपरासी के रखे जाने की शिकायत की है। उन्होंने परिवाद में कहा है कि उक्त चपरासी के द्वारा बेलांव पंचायत के वार्ड नंबर 12 में सेविका एवं सहायिका की बहाली में पैसों की मांग की गई है। उक्त परिवाद के आलोक में डीपीओ ने परिवाद पत्र में वर्णित बिन्दुओं की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश सीडीपीओ नावानगर को दिया है। इससे परियोजना कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है।