सदगुरुदेव स्मृति समारोह में धनुष यज्ञ का मंचन

बक्सर: श्री नेहनिधि नारायण सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे श्री सद्गुरुदेव पुण्य स्मृति महोत्सव के तीसरे दिन अवध धाम से पधारे युगल भाई अमृत आनन्द जी महाराज तथा अवध धाम से पधारी सन्त बहन सुप्रिया जी महाराज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 01:25 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 01:25 AM (IST)
सदगुरुदेव स्मृति समारोह में धनुष यज्ञ का मंचन
सदगुरुदेव स्मृति समारोह में धनुष यज्ञ का मंचन

जागरण संवाददाता, बक्सर: श्री नेहनिधि नारायण सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे श्री सद्गुरुदेव पुण्य स्मृति महोत्सव के तीसरे दिन अवध धाम से पधारे युगल भाई अमृत आनन्द जी महाराज तथा अवध धाम से पधारी सन्त बहन सुप्रिया जी महाराज ने श्री रामकथा के दौरान बताया कि कलयुग में श्री राम नाम की बड़ी महिमा है। इसी राम नाम को भगवान शिव ने पुराणों में गाया। सब मंत्रो का महामंत्र राम नाम ही है। यह नाम जो अगर शुद्ध ह्रदय से लिया जाए तो जन्म-जन्मांतर के पाप कट जाते हैं। उन्होंने कहा कि केवल राम-राम कहने से चारों वेदों का पढ़ने का फल प्राप्त हो जाता है।

राम नाम अति सुखदाई है जो आत्मिक और मानसिक सुख प्रदान करता है। ह•ारों बार वैज्ञानिक यह सिद्ध कर चुके हैं कि राम का नाम जपने वाला व्यक्ति नकारात्मक उर्जा से दूर होकर सकारात्मक उर्जा से भर जाता है। ताड़का सुबाहू को मार कर मुनि विश्वामित्र के साथ श्री राम और लक्ष्मण जनकपुरी धनुष यज्ञ देखने आते हैं। वही रास्ते में श्राप से गौतम ऋषि की पत्नी प्रभु श्री राम के चरणों का स्पर्श पाते ही अपने पूर्व के रूप में आ जाती हैं। फिर वहां से मुनि जी के साथ निकल पड़ते हैं। सीता स्वयंवर के आयोजन की जानकारी पाकर देश-देशांतर के राजा-महाराजा धनुष यज्ञ में शामिल होने जनकपुर पहुंचे हैं। सभाकक्ष में महर्षि विश्वामित्र के संग श्रीराम व लक्ष्मण भी पधारते हैं। महाराज जनक उन्हें उच्चासन पर विराजमान कराते हैं। अवधपुरी से पधारे रामलीला व्यास नरहरि दास जी ने बताया कि मंच से गुरुवार को मैथिल रीति रिवाज से हल्दी रस्म अदा की जाएगी। वहीं, शाम को श्री राम बारात की शोभा यात्रा निकाली जाएगी।

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