पवित्र गंगाजल लेकर गुप्तेश्वरधाम की यात्रा पर निकले श्रद्धालु

बक्सर प्राकृतिक शिवलिगों में शुमार सासाराम जिले के गुप्तेश्वरधाम की यात्रा पर श्रद्धालुओं का

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 05:15 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 05:15 PM (IST)
पवित्र गंगाजल लेकर गुप्तेश्वरधाम की यात्रा पर निकले श्रद्धालु
पवित्र गंगाजल लेकर गुप्तेश्वरधाम की यात्रा पर निकले श्रद्धालु

बक्सर : प्राकृतिक शिवलिगों में शुमार सासाराम जिले के गुप्तेश्वरधाम की यात्रा पर श्रद्धालुओं का जत्था गुरुवार को भिन्न-भिन्न संसाधनों से निकला। इन संसाधनों में बस, ट्रैक्टर, जीप, बाइक आदि सभी वाहन शामिल थे। हालांकि, पिछले साल कोविड-19 की बीमारी फैलने की आशंका तथा जनता क‌र्फ्यू में मंदिर के पट न खुले रहने के संदेह में काफी कम लोग ही यात्रा पर निकल सके थे। परन्तु, गत वर्ष की तुलना में गुप्तेश्वरधाम की यात्रा पर निकलने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार कुछ ज्यादा ही दिखी। इस बात की पुष्टि बस मालिकों ने भी की।

आज दोपहर 12 बजे से ही मॉडल थाना निकट श्रद्धालु यात्रियों के इंतजार में दर्जनों बसें खड़ी थीं। इस दौरान विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से ट्रैक्टरों पर भर-भरकर सवारी इस रास्ते जाते भी दिखे। बारी-बारी से बसें भी यात्रियों से भरकर यहां से पनियारी स्टैंड के लिए खुल रही थीं। यह सिलसिला देर रात तक चलते रहा। मौके पर बस के कंडक्टर कृष्णा प्रसाद व ड्राईवर रंजन कुमार ने बताया कि फिलहाल प्रति यात्री लिये जाने वाले किराए में ''''बे मेघ की दौरी'''' वाली कहावत अपनाई जा रही है। यानी कि प्रति यात्री डेढ़ सौ रुपये से लेकर दो सौ रुपए तक कि डिमांड हो रही है। वहीं, बसों की छत पर बैठने वाले यात्रियों से कुछ कम किराया लिया जा रहा है।

क्या है गुप्तेश्वरधाम कि यात्रा की महिमा

गुप्तेश्वर धाम की गुफा में स्थित भगवान शिव की महिमा की बखान सदियों से होती आ रही है। मान्यता है कि इस गुफा में अवस्थित शिवलिग पर जलाभिषेक किये जाने से भक्तों की मन्नतें पूरी हो जाती हैं। कहते हैं की कैलाश पर्वत पर मां पार्वती के साथ विराजमान भगवान शिव ने जब भस्मासुर की तपस्या से खुश होकर उसे किसी के सिर पर हाथ रखते ही भष्म करने का वरदान दिया था। तब भस्मासुर, मां पार्वती के सौंदर्य पर मोहित होकर इसकी परीक्षा लेने शिव जी के सिर पर ही हाथ रखने के लिए दौड़ पड़ा। जहां से भाग कर भगवान भोले यहीं की गुफा के गुप्त स्थान में शरण लिए।

बक्सर से भी जुड़ा है गुप्ताधाम का महत्व

गुप्ताधाम यात्रा का महत्व बक्सर से भी जुड़ा हुआ है। जहां हजारों-हजार की संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल होते हैं। दरअसल, यहां की उत्तरायणी गंगा का पावन जल से जलाभिषेक करने का महत्व श्रद्धालुओं में सदियों पुराना है। इस कारण काफी संख्या में शिवभक्त यहां से जलभरी कर गुप्ताधाम को जाते हैं।

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