बाल्मीकि जयंती को साहित्यकार दिवस घोषित करने की मांग

बक्सर बाल्मीकि जयंती को लेकर आयोजित गोष्ठी कार्यक्रम में प्रबुद्धों ने इस दिन को साहित्यकार दि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:14 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 02:32 AM (IST)
बाल्मीकि जयंती को साहित्यकार दिवस घोषित करने की मांग
बाल्मीकि जयंती को साहित्यकार दिवस घोषित करने की मांग

बक्सर : बाल्मीकि जयंती को लेकर आयोजित गोष्ठी कार्यक्रम में प्रबुद्धों ने इस दिन को साहित्यकार दिवस घोषित किए जाने की मांग की। कार्यक्रम साहित्य कला परिषद के बैनर तले गुरुवार की अपराह्न सरस्वती पुस्तकालय परिसर में आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम का संयोजकत्व व संचालन डॉ.ओम प्रकाश केसरी ने किया। अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने कि। गोष्ठी का उद्घाटन महर्षि बाल्मीकि के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने महर्षि बाल्मीकि को आदि कवि बताते हुए साहित्यकारों का पुरखा बताया तथा इस दिन को साहित्यकार दिवस घोषित किए जाने की मांग की। कार्यक्रम में डॉ.महेंद्र प्रसाद, पूर्व मुख्य नगर पार्षद मीना सिंह, वैद्य श्याम बिहारी मिश्र, गणेश उपाध्याय, विजय कुमार शर्मा, अतुल मोहन प्रसाद, महेश्वर ओझा, शिव बहादुर पांडे प्रीतम, देहाती पंडित, भुआल जी, जितेंद्र मिश्र गोपाल जी तिवारी आदि समेत अन्य मौजूद थे।

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