सीएस ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा डॉक्टर से किया शोकॉज
बक्सर ब्रह्मापुर प्रखंड की लगभग पौने दो लाख आबादी के सेहत का ख्याल रखने वाला रघुनाथपुर का स
बक्सर : ब्रह्मापुर प्रखंड की लगभग पौने दो लाख आबादी के सेहत का ख्याल रखने वाला रघुनाथपुर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टरों की आपसी उठापटक के कारण खुद आइसीयू में चला गया है। दैनिक जागरण में अस्पताल की बदहाली पर खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और सिविल सर्जन डॉ.जितेन्द्रनाथ ने यहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा एक डॉक्टर पर शोकॉज जारी कर 24 घंटे के अंदर जवाब देने का आदेश दिया है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.राजेश गुप्ता को भेजे गए शो कॉज में कहा गया है कि एक महिला डॉक्टर के साथ अशोभनीय व्यवहार करने, ड्यूटी के बाद भी हाजिरी काटने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की गई है। आपके द्वारा उपर्युक्त कृत्य सरकारी सेवा में कार्यरत किसी महिला कर्मी के मन में बेहद शर्मिंदगी एवं असुरक्षा का भाव उत्पन्न करता है। क्यों नहीं आपके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाए। वहीं, दूसरी ओर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की शिकायत के बाद डॉ.अमित कुमार से भी सिविल सर्जन ने शो कॉज की मांग की है। कहा गया है कि उपस्थिति पंजी की छाया प्रति भेजने के क्रम में आपके द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हुए मारपीट कर प्रशासनिक काम में बाधा उत्पन्न किया गया। यह अनुशासनहीनता और उच्च अधिकारी के प्रति दुर्व्यवहार है। अस्पताल के ओपीडी में दोनों डॉक्टरों के बीच मारपीट की घटना हुई थी। तब प्रभारी का कहना था कि अस्पताल के डॉक्टर ड्यूटी नहीं करते हैं और गायब रह कर वेतन लेना चाहते हैं। जबकि डॉ.अमित का कहना है कि प्रभारी द्वारा मेरा 3 महीने का हाजिरी के साथ अन्य डॉक्टरों की भी हाजिरी काट दी गई और उल्टे रिश्वत देने की भी मांग की गई। घटना के बाद डॉक्टर की ड्यूटी डुमरांव के अनुमंडलीय अस्पताल में लगा दी गई है।
अस्पताल में मरीजों को नहीं मिलती दवा
कोरोना के संक्रमण काल में रघुनाथपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की लचर व्यवस्था और मनमानी के कारण रोगियों को दवा भी नहीं मिलती है। ब्रह्मापुर दक्षिणी के जिला परिषद सदस्य अनीता देवी तथा समाजसेवी शुभ नारायण पाल ने बताया कि अस्पताल में कुत्ता काटने तथा अन्य रोगों की दवा भी नहीं दी जाती है। विशेषकर गरीब लोगों को कई तरह से परेशान किया जाता है और इलाज के नाम पर रेफर कर दिया जाता है। प्रखंड जदयू के अध्यक्ष राम लखन सिंह कुशवाहा, सीताराम ठाकुर तथा अजय उपाध्याय ने बताया कि अस्पताल प्रबंधक और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर भी नहीं है। दवा के बदले रोगी को पुर्जा थमा दिया जाता है।
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शिकायत मिलने के बाद डॉक्टरों से शोकॉज किया गया है और जवाब मिलने के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा। रोगियों को दवा नहीं मिलने की शिकायत का मामला काफी गंभीर है। इस मामले की जांच कराई जाएगी।
डॉ जितेंद्र नाथ, सिविल सर्जन।