नाइट क्रिकेट मैच खेलाना पडा महंगा, 100 पर प्राथमिकी
बक्सर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। बुधवार की रात कोरानसराय थाना क्षेत्र के मठिला गांव में युवकों द्वारा डे-नाइट क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन करना भारी पड़ गया। कोरानासराय पुलिस ने भीड़ इकट्ठा करने और अनलॉक-2 गाइडलाइन के उल्लंघन में आयोजकों के साथ सौ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है।
बक्सर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। बुधवार की रात कोरानसराय थाना क्षेत्र के मठिला गांव में युवकों द्वारा डे-नाइट क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन करना भारी पड़ गया। कोरानासराय पुलिस ने भीड़ इकट्ठा करने और अनलॉक-2 गाइडलाइन के उल्लंघन में आयोजकों के साथ सौ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है।
प्रतियोगिता में जिले भर के विभिन्न गांवों से 16 टीमें शामिल हुई थीं। रोक के बावजूद खेल जारी रहने की सूचना मिलते ही कोरानसराय पुलिस द्वारा भीड़ इकट्ठा नहीं करने और आयोजन पर रोक लगाने के लिए चौकीदार के माध्यम से सूचना दी गई। बावजूद, आयोजक पुलिस की बात मानने को तैयार नहीं हुए। बावजूद, कुछ लोगों ने क्रिकेट खेलकर कानून का उल्लंघन किया। खेल मैदान में हजारों की संख्या में दर्शक व प्रतिनिधि उपस्थित हो गए थे। मैच का उद्घाटन होनेवाला ही था। इसी बीच कोरानसराय थानाध्यक्ष राजन मालवीय खेल मैदान में सदल बल पहुंच गए। पुलिस को देखते ही भगदड़ मच गई। अंधेरे का फायदा उठाकर आयोजन समिति और दर्शक जैसे-तैसे वहां से भाग निकले। पुलिस ने मौके से कुर्सियां, डीजे, और लाइट जब्त कर थाने ले आई। वहीं, क्रिकेट खेलनेवाले और आयोजकों की तलाश कर रही है। - दर्ज की गई प्राथमिकी
कोरानसराय थानाध्यक्ष ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे देश में सावधानी बरती जा रही है। जबकिख् मठिला गांव में भीड़ जुटाने और कानून का उल्लंघन करने के आरोप में आयोजन समिति के सुनील कुमार, आदर्श कुमार, झूलर सिंह, मिटू सिंह, मदन यादव, संतोष चौधरी, दीपक कुम्हार, प्रदीप कुम्हार और मोनू सिंह सहित 22 नामजद सहित और 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कार्रवाई शुरू कर दी है। इसको लेकर पूरे इलाके में खलबली मची है। सनद रहे कि, बुधवार को ही बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानेदारों को भीड़ इकट्ठा नही होने और सोशल डिस्टेंसिग का पालन कराने को सख्त निर्देश दिया गया था।