ईद से पहले बक्सर के लाल ने दुबई से भेजी स्वास्थ्य उपकरणों की मदद
बक्सर एक तरफ अपने देश में कुछ ऐसे लोग हैं जो आपदा को अवसर बना दवा और जरूरी चीजों क
बक्सर : एक तरफ अपने देश में कुछ ऐसे लोग हैं, जो आपदा को अवसर बना दवा और जरूरी चीजों की कालाबाजारी कर रहे हैं, दूसरी तरफ दुबई में रह रहे बक्सर के अप्रवासी भारतीय रवि चांद जैसे लोग हैं, जो हजारों मील दूर से अपने देशवासियों को मदद भेज रहे हैं। मदद की पहली खेप के रूप में उन्होंने ऑक्सीजन फ्लो मीटर, मास्क और सैनिटाइजर गुरुवार की शाम बक्सर पहुंची, जिन्हें अनुमंडलाधिकारी केके उपाध्याय ने रिसीव किया।
डुमरांव थाना क्षेत्र के एकौनी के मूल निवासी तथा तकरीबन 12 वर्षों से दुबई में रह रहे एनआरआई रवि चांद ने अन्य देशों में रहने वाले एनआरआई का ग्रुप बनाया और महामारी के समय मे मदद के अभियान शुरु कर दिया। उन्होंने अपनी जन्मभूमि बक्सर के लिए एनआरआई का समूह बनाकर राहत सामग्री भेजने का काम किया है। मालूम हो कि अम्बेडकर ग्लोबल के निदेशक रवि शंकर चांद के द्वारा भेजे जा रहे फ्लो मीटर से मरीजों को का़फी मदद मिलेगी। एनआरआई रवि ने बताया कि अम्बेडकर ग्लोबल विभिन्न देशों के बुद्धिजीवियों द्वारा गठित एक अंतरराष्ट्रीय समूह है, जो बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के कार्यों से दुनिया भर में समाज के लिए एक जुनून के साथ मार्गदर्शन का उद्देश्य रखती है। वर्तमान में भारत में फ्लोमीटर की काफी कमी है। इसे गंभीरता से लेते हुए तात्कालिक सहायता के लिए उच्च गुणवत्ता के 2500 मास्क, सैनिटाइ•ार और 40 फ्लो मीटर प्रदान किए हैं वहीं, रेडक्रॉस सोसायटी को 5001 की राशि दान स्वरूप दी है। 12 साल से दुबई में हैं चांद, एनआरआई व भारतीयों की बनाई है टीम:
रवि शंकर चांद मूल रूप से डुमरांव का एकौनी गांव के हैं। वे पिछले 12 वर्षों से दुबई में हैं। अपने एनआरआई मित्रों की सहायता से आरा के लोगों की मदद के बाद जब उन्हें बक्सर की स्थिति मालूम हुई तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने तत्काल मदद पहुंचाई। उनके समूह में जुड़ कर लोगों की मदद करने वाले अन्य एनआरआई सातो पट्टी सिमरी के मूल निवासी तथा अमेरिका के न्यू जर्सी के मूल निवासी चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ. रुद्र नारायण दूबे, अहिरौली के मूल निवासी तथा मेक्सिको विश्विद्यालय में निदेशक डॉ.चंद्र भूषण चौबे, इंग्लैंड के वे बाथ में डिप्टी मेयर तथा बिक्रमगंज के मूल निवासी डॉ युक्तेश्वर कुमार, अमेरिका में टीसीएस में काम कर रहे डुमरांव के अनुपम पांडेय के साथ इंटर कॉलेज डुमरांव की प्रिसिपल सुमन चतुर्वेदी, तथा यदुवंश चौबे मेमोरियल संस्थान से जुड़े सुनील चौबे और खिरौली के आलोक गौतम के सहयोग से वे कोरोना में मदद पहुंचा रहे हैं।