पिकअप की चपेट में आकर बाइक सवार वार्ड सदस्य की मौत
बक्सर गुरुवार की रात कोरानसराय-बगेन मुख्य मार्ग पर ब्रह्मा स्थान के समीप पिकअप की चपेट में आ
बक्सर : गुरुवार की रात कोरानसराय-बगेन मुख्य मार्ग पर ब्रह्मा स्थान के समीप पिकअप की चपेट में आकर बाइक सवार गिरधर बरांव के वार्ड-9 के सदस्य सोनू कुमार (25 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि, बाइक चला रहा युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक का प्राथमिक उपचार अनुमंडलीय अस्पताल में हुआ और बाद में बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। हादसे की खबर मिलते ही गिरिधर बरांव गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया।
बताया जाता है घटना के बाद पिकअप चालक वाहन समेत नौ दो ग्यारह हो गया और मेन रोड पर दोनों घायल युवक तड़पते रहे। इसी दौरान गंभीर रूप से जख्मी वार्ड सदस्य सोनू कुमार (25 वर्ष) की मौत हो गई, जबकि होश में आने के बाद घायल युवक गुलाब अंसारी ने घर में दुर्घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस को सूचना देते हुए गांव के लोग वहां पहुंचे। कोरानसराय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार वार्ड सदस्य एवं इंद्रदेव महतो के पुत्र सोनू सिंह अपने पड़ोसी गुलाब अंसारी के साथ रात दस बजे एक ही बाइक पर सवार होकर डुमरांव बाजार से अपने गांव लौट रहे थे। जैसे ही चौगाईं रोड में ब्रह्मा स्थान के समीप पहुंचे कि सामने से आ रहे तेज रफ्तार पिकअप ने जोरदार टक्कर मार दी और निकल भागा।
मां की मौत के बाद सोनू हुए थे वार्ड सदस्य मनोनीत
सड़क दुर्घटना में मौत के शिकार युवक सोनू कुमार की मां सरस्वती देवी गिरधर बरांव पंचायत के वार्ड नंबर 9 की वार्ड सदस्या थी। पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना यादव ने बताया कि दो साल पहले बीमारी की चपेट में आने से वार्ड सदस्या की मौत के बाद उसके पुत्र सोनू कुमार को वार्ड सदस्य मनोनीत किया गया था, ताकि विकास कार्य प्रभावित न हो। सोनू अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। इसके मौत के बाद परिजनों के समक्ष बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।
परिजनों पर टूटा विपत्ति का पहाड़
किसी के खुशियों को कैसे नजर लग जाती है यह शुक्रवार को नवानगर थाना क्षेत्र के गिरिधर बरांव गांव निवासी इंद्रदेव महतो के घर देखने को मिला। एक दिन पहले जिस घर आंगन में हंसी खुशी का माहौल था वहां अब कोहराम मचा है। मृतक की पत्नी सुनीता देवी पति की मौत से दहाड़ मारकर रो रही थी। तो पुत्र अंकित और सूरज कोने में बैठकर सुबक रहा है। युवक की मौत के बाद दरवाजे पर उपस्थित भारी भीड़ मायूस एक दूसरे का मुंह देख रही है। किसी को यह समझ में नहीं आ रहा है कि कौन किसे समझाए तथा किस दम पर ढांढ़स बंधाए।