फाइलेरिया अभियान में अहम भूमिका निभाएंगी आंगनबाड़ी सेविकाएं

बक्सर जिले में 20 सितंबर से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की तैयारियां जोरों पर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 10:04 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 10:04 PM (IST)
फाइलेरिया अभियान में अहम भूमिका निभाएंगी आंगनबाड़ी सेविकाएं
फाइलेरिया अभियान में अहम भूमिका निभाएंगी आंगनबाड़ी सेविकाएं

बक्सर : जिले में 20 सितंबर से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की तैयारियां जोरों पर है। इसके लिए प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर पर प्रशिक्षण आदि का काम चल रहा है। इसी क्रम में सदर प्रखंड अंतर्गत शहरी क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को भी प्रशिक्षित किया गया। जिसमें उन्हें अभियान की बारीकियों व दवाओं के खिलाने के संबंध में पूरी जानकारी दी गई।

साथ ही, मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के तहत लाभुकों को डीईसी व अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने के साथ साथ फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को दी जाने वाली जानकारी से अवगत कराया गया। इस दौरान अलग-अलग उम्र के लोगों को दवा खिलाने के नियमों की जानकारी दी गई। मौके पर केयर इंडिया के बीएम आलोक कुमार और सदर प्रखंड के बीसीएम प्रिस कुमार मौजूद थे।

शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को किया जा रहा जागरूक

केयर बीएम आलोक कुमार ने बताया कि शहरी इलाकों में फाइलेरिया अभियान में शहरी इलाकों की आंगनबाड़ी सेविकाओं की भूमिका अहम है। स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार यह अभियान पूरे 14 दिनों तक चलेगा। इस दौरान अपने सामने क्षेत्र में लोगों को दवा खिलाना है। दवा खिलाने के बाद रजिस्टर में लाभुकों का नाम भी दर्ज होगा। दूसरी ओर, अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग को केयर इंडिया और पीसीआई सहयोग भी करेगा। अभियान की सफलता को लेकर प्रखंडों में भी आशा फैसिलिटेटर व कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

उम्र के हिसाब से लाभुकों को देनी है दवा

बीसीएम प्रिस कुमार सिंह ने सेविकाओं को बताया कि लाभुकों को दवा खिलाने में काफी सावधानी बरतनी है। अभियान के दौरान लोगों को अपने सामने ही डीईसी व अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। उम्र के हिसाब से उनको दवा अपने समक्ष खिलानी है। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की एक गोली, छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो और अल्बेंडाजोल की एक गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन और अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। अल्बेंडाजोल की गोली लोगों को चबाकर खाना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी दवा नहीं खिलाई जाएगी।

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