शादियों में लग रहे ठुमके, चैन की नींद सो रही पुलिस

लॉकडाउन के दौरान शादियों मेंं जमकर कोविड नियमों के साथ ही लॉकडाउन का माखौल उड़ाया जा रहा है। प्रतिबंधों के बावजूद सरेआम बारात में नर्तकियों को नचाया जा रहा है तो दूसरी ओर इस दौरान जमकर मारपीट की घटनाएं भी हो रही हैं।

By Edited By: Publish:Mon, 17 May 2021 04:51 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 04:51 PM (IST)
शादियों में लग रहे ठुमके, चैन की नींद सो रही पुलिस
बक्सर में शादी में कोरोना गाइडलाइन तोड़ी जा रही है।

संवाद सहयोगी, नावानगर (बक्सर) : लॉकडाउन के दौरान शादियों मेंं जमकर कोविड नियमों के साथ ही लॉकडाउन का माखौल उड़ाया जा रहा है। प्रतिबंधों के बावजूद सरेआम बारात में नर्तकियों को नचाया जा रहा है तो दूसरी ओर इस दौरान जमकर मारपीट की घटनाएं भी हो रही हैं। जबकि लॉकडाउन के दौरान सीमित संख्या में लोगों के साथ महज शादी की रस्म पूरी करने की छूट भर दी गई है। वहीं जिनके कंधों पर इसकी निगरानी का जिम्मा दिया गया है वह भी लापरवाह बने चैन की नींद सो रहे हैं।

लॉकडाउन के दौरान शादी विवाह के लिए दी गई छूट अब पुलिस और प्रशासन दोनों के लिए जी का जंजाल बनती जा रही है। तमाम प्रतिबंधों के बावजूद बारात में नाच का धड़ल्ले से आयोजन किया जा रहा है और नाच के दौरान मारपीट की घटनाएं भी हो रही हैं। ताजा घटना सिकरौल थाना क्षेत्र के सिकरौल गांव और डाफाडीह गांव की है। जहां रविवार की रात आई बारात में हो रहे नाच के दौरान जमकर मारपीट की घटनाएं हुई हैं, जिसमें कई व्यक्तियों के चोटिल होने की सूचना है। हालांकि, दोनों में से किसी भी मामले में प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई गई है।  मिली जानकारी के अनुसार रविवार की रात सिकरौल निवासी अमरनाथ ङ्क्षसह के पुत्री की शादी थी, जिसमें इटाढ़ी थाना के नारायणपुर गांव से बारात आई थी। हालांकि, सिकरौल पुलिस से ली गई अनुमति के दौरान भी पुलिस द्वारा बारात में नाच आदि पर रोक लगाते हुए स्पष्ट हिदायत दी गई थी। बताया जा रहा है कि रात के समय वैवाहिक कार्यक्रम आराम से चल रहे थे जबकि, सिकरौल मनरेगा भवन के पीछे सामियाना में टिकी बारात में नाच अपने पूरे शवाब पर चल रहा था। तभी स्थानीय किसी लड़के ने नर्तकी पर मिट्टी का ढेला फेंक दिया। इस बात को लेकर जिन लड़कों ने ढेला फेंका था उसे पकड़कर स्थानीय युवकों ने मिलकर मना करते हुए पीट दिया। इसी बात पर बवाल हो गया और कुछ ही देर में लाठी डंडों से लैस दर्जनोंं लोग वहां जा पहुंचे और दोनों तरफ से जमकर मारपीट हो गई। इस घटना में तीन लोगों को ज्यादा चोट आई है, जिनकी चिकित्सा स्थानीय निजी चिकित्सक के यहां कराया जा रहा है। 

-पुलिस ने झाड़ा पल्ला

दोनों घटनाओं के संबंध में सिकरौल थानाध्यक्ष  आलोक कुमार रंजन ने बताया कि डाफाडीह में बारात में मारपीट की उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है। जबकि, सिकरौल में बारात में मारपीट की देर रात 12:30 बजे सूचना मिलते ही पुलिस को मोके पर भेजा गया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि शाम में चौकीदार को भेजकर तस्दीक कराने के साथ ही आयोजक को इस बात की कड़ी हिदायत दी गई थी कि बारात में नाच आदि का कोई आयोजन नहीं होना चाहिए। बावजूद इसके कन्या पक्ष द्वारा नियमों की अवहेलना किए जाने की सूचना मिल रही है। हालांकि, अभी तक मारपीट के बारे में कोई आवेदन नहीं मिला है। 

आर्केस्ट्रा के दौरान बारातियों से मारपीट

बारात में चल रहे नाच के दौरान मारपीट की दूसरी घटना रविवार की ही रात सिकरौल थाना क्षेत्र के डाफाडीह गांव में आई बारात के दौरान हुई है। बताया जाता है कि बारात गांव के डाफाडीह मध्य विद्यालय के प्रांगण में टिकाई गई थी, जिसमें आर्केस्ट्रा का प्रोग्राम भी मंगाया गया था। देर रात आर्केस्ट्रा के मंच पर नर्तकियों को लेकर गांव के ही दो पक्ष के बीच विवाद हो गया और जमकर मारपीट भी हो गई। इस मारपीट और हंगामा के दौरान कुछ युवकों के जख्मी होने की सूचना मिल रही है। हालांकि, इस घटना के बारे में पुलिस ने अपनी अनभिज्ञता जाहिर करते बताया कि डाफाडीह में न तो बारात की सूचना है और न नाच के दौरान मारपीट की ही सूचना है। जल्द ही इसके बारे में  पता लगाया जा रहा है। दूसरी ओर विद्यालय परिसर में किसी बारात के टिकाने अथवा नाच आदि के आयोजन पर पहले से ही प्रतिबंध लगाया गया है। बावजूद  सरकार के इन तमाम नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई हैं। 

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