लॉकडाउन के दूसरे दिन सख्त हुआ प्रशासन, बेवजह तफरीह करने वालों की धुनाई
बक्सर बुधवार से प्रदेश में जारी लॉकडाउन के दौरान लोगों को सिर्फ आवश्यक और बेहद जरूरी
बक्सर : बुधवार से प्रदेश में जारी लॉकडाउन के दौरान लोगों को सिर्फ आवश्यक और बेहद जरूरी कार्यों के लिए घर से निकलने की छूट दी गई है। दूसरी ओर अनेक लोग आज भी संक्रमण की गंभीरता को नहीं समझ बेवजह सड़क पर निकलने की आदतों से मजबूर हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ गुरुवार को पुलिस को सख्ती से पेश आते हुए डंडे उठाने के लिए विवश हो जाना पड़ा। इस दौरान दर्जनों लोगों को पुलिस के सामने उठक-बैठक के बाद ही छुटकारा मिला।
निर्देश के बावजूद गुरुवार की सुबह सब्जी मंडी में लोगों की भारी भीड़ लगी थी, वहीं न तो किसी ने मास्क पहना था और न शारीरिक दूरी का पालन करते कोई नजर आ रहा था। निर्धारित समय 11 बजने के साथ ही सड़क पर जैसे ही पुलिस के सायरन की आवाज गूंजनी शुरू हुई कि धड़ाधड़ दुकानें बंद होने लगी। पुलिस दस्ते में एएसडीएम दीपक कुमार तथा सदर बीडीओ दीपचंद जोशी के साथ नगर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार और भारी संख्या में पुलिस के विशेष दस्ता के जवान मौजूद थे। इस दौरान माइकिग करते हुए पुलिस लोगों से तत्काल सड़क खाली करने की अपील करती रही। दूसरी ओर डीटीओ मनोज कुमार रजक तथा सदर डीएसपी गोरख राम के साथ यातायात प्रभारी अंगद सिंह ने सिडिकेट मोड़ के पास बेवजह सड़क पर दिखाई देने वालों को रोककर उनका क्लास लेना शुरू कर दिया। बाइक चालकों से लेकर ऑटो तथा कार सवार किसी को भी अधिकारियों ने नहीं बख्शा, और जिनके बाहर निकलने की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई उन्हें पुलिस के कोप का शिकार बनना पड़ा। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों की बाइक जब्त कर मौके पर ही उनका चलान भी काटा गया। तभी अचानक पकड़ा गया एक बाइक चालक पुलिस को व्यस्त देख धीरे से बाइक में चाभी लगाते हुए बाइक लेकर उड़ चला, पर कुछ ही दूर अभी गया था कि पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसके बाद क्या हुआ यह बताने की जरूरत नहीं है। हालांकि, पुलिस तथा अधिकारियों की यह सख्ती सिर्फ उन्हीं लोगों के खिलाफ थी जो सड़क पर निकलने की कोई ठोस वजह पुलिस को नहीं बता सके। इस दौरान कई लोगों को पकड़ पुलिस ने उठक बैठक कराते हुए मौके पर ही उन्हें बाहर निकलने की सजा दे डाली। सड़क पर नजर आने वाले एक-एक व्यक्ति को रोककर अधिकारी उनसे बाहर निकलने की वजह पूछ रहे थे। इस दौरान पुलिस कार्रवाई को देख अनेक बाइक चालकों ने दूर से ही अपना रास्ता बदल लेने में भलाई समझी और वापस लौट गए।