आदर्श नगर के नाम बड़े और दर्शन छोटे, सिर पर लटकती है मौत
बक्सर शहर में एक ऐसा भी मोहल्ला है जिसका नाम तो आदर्श नगर है लेकिन यह आदर्श यहां क
बक्सर : शहर में एक ऐसा भी मोहल्ला है जिसका नाम तो आदर्श नगर है, लेकिन यह आदर्श यहां की सुविधाओं के लिए नहीं बल्कि समस्याओं के लिए है। मोहल्लेवासियों का कहना है कि जब से यह मोहल्ला बसा है, तब से यहां के लोग कई समस्याओं से घिरे हुए हैं। सबसे अहम बिजली के बिछे तार हैं। सर्विस कनेक्टिग बॉक्स तो दूर की बात है, बगैर विद्युत पोल के ही टोंका फंसाकर लोगों के घरों में बिजली की आपूर्ति की जा रही है, वे भी एक ही जगह पर मकड़जाल की तरह झूलते दिख रहे हैं।
मोहल्ले के बतौर डॉ. हीरालाल ठाकुर, पिटू यादव, गुपुत गोंड, किशोर कुशवाहा, जगदीश मिस्त्री, धनेश्वर सिंह, कालीचरण- कौन से तार किस उपभोक्ता के हैं, इसके लिए भी कई बार माथापच्ची करना पड़ता है। यहां के झूलते तार सिर पर लटकती मौत को दर्शाते से नजर आते हैं। शाम ढलते अंधेरे के कारण लटकते तार कब किसी की जान ले ले, यह कहा नहीं जा सकता है। कई बार हादसे हुए हैं, हालांकि संयोग रहा कि अभी तक जानमाल की हानि नहीं हुई है। जब बाहर से कोई मोहल्ले में आता है तो हैरानी जताता है कि जज कालोनी के पास के मोहल्ले की यह स्थिति है। मोहल्ले का जिस प्रकार से नाम है उस प्रकार से यहां एक भी सुविधा नहीं है। दूर से ही एक बांस के सहारे मकड़जाल की तरह झूलते तार यहां की दुर्व्यवस्था को उजागर करते दिखते हैं। मोहल्लेवासियों ने कहा की इसकी व्यवस्था को लेकर विभाग के कर्मियों को कई बार कहा गया लेकिन उनकी ओर से कोरा आश्वासन ही मिलते रहा है।
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इस इलाके में विद्युत पोल खड़ा कर कवर वायर लगा दिया गया है। बारिश के कारण आगे का काम नहीं हो सका था। जल्द ही बचे कार्य भी पूरे हो जाएंगे और तार इस तरह से लटकते नहीं दिखेंगे।
- अजीत कुमार, कनीय अभियंता, साउथ बिहार बिजली कंपनी, बक्सर।