कोरोना वार्ड में 70 से सौ हुए बेड, हर बेड पर आक्सीजन आपूर्ति

बक्सर कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है और संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए डुमरांव

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 05:34 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 05:34 PM (IST)
कोरोना वार्ड में 70 से सौ हुए बेड, हर बेड पर आक्सीजन आपूर्ति
कोरोना वार्ड में 70 से सौ हुए बेड, हर बेड पर आक्सीजन आपूर्ति

बक्सर : कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है और संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए डुमरांव अनुमंडल खुद को तैयार कर रहा है। तैयारी ऐसी हो रही है कि दूसरी लहर की तरह अचानक मरीज के बढ़ने पर अफरातफरी नहीं मचे और सभी का उचित इलाज हो सके। इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च संस्थान ने अगस्त के आखिर तक तीसरी लहर की संभावना जताई है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन द्वारा कोरोना वार्ड में 70 बेड से बढ़ाकर 1 सौ कर दी गई है।

अस्पताल के कोरोना वार्ड में पाइप लाइन के माध्यम से बेड टू बेड आक्सीजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। दूसरी लहर में हर मरीज के लिए अलग सिलेंडर लगाना पड़ता था, जिससे व्यवस्था में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। तैयारियों को लेकर स्वास्थ विभाग द्वारा अनुमंडल अस्पताल को साधन-संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। तीन दिन पहले अस्पताल को 35 नए जंबो आक्सीजन सिलेडर एवं 14 नया आक्सीजन कंसट्रेटर मशीन उपलब्ध कराया गया है। अब अस्पताल में बी टाइप आक्सीजन सिलेडर को मिलाकर कुल 50 आक्सीजन सिलेडर एवं 30 आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन मौजूद है। गंभीर रोगियों के उपचार के लिए वेंटिलेटर मशीन को रेडी टू यूज मोड में कर दिया गया है। वेंटिलेटर मशीन के संचालन के लिए मू‌र्च्छक चिकित्सक डा.अजीत सिंह को अनुमंडल अस्पताल में तैनात कर दिया गया है। वहीं, अस्पताल के नर्सों को वेंटिलेटर के उपयोग का प्रशिक्षण दिलवाया गया है। स्वास्थ विभाग अनुमंडल अस्पताल को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए तैयार करने के लिए हर साधन संसाधन उपलब्ध कराने को बेताब है। आक्सीजन प्लांट पर लगा ग्रहण

एकतरफ कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए स्वास्थ विभाग अनुमंडल अस्पताल को साधन संसाधन उपलब्ध कराते हुए तैयार करने में जुटा हुआ है। दूसरी तरफ अनुमंडल अस्पताल के प्रांगण में निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट पर ग्रहण लगा हुआ है। प्लांट के लिए अस्पताल प्रबंधन ने पांच लाख रुपये खर्च कर विद्युत ट्रांसफार्मर भीलगवा दिया गया है। अब आक्सीजन प्लांट के लिए अलग से जेनरेटर सेट उपलब्ध कराए जाने को लेकर मामला अधर में लटका हुआ है। बक्सर सदर अस्पताल एवं डुमरांव अनुमंडल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए एक साथ निर्माण कार्य शुरू किया गया था। बक्सर सदर अस्पताल के प्रांगण में आक्सीजन प्लांट स्थापित हो गया, लेकिन डुमरांव अनुमंडल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य अब तक अधर में लटका हुआ है। अल्ट्रासांउड मशीन बनी शोभा की वस्तु

अनुमंडल अस्पताल में अल्ट्रासांउड मशीन करीब दो साल से बंद कमरे में महज शोभा की बस्तु बन कर रह गई है। दो साल से रखे हुए अल्ट्रासांउड मशीन की वांरटी गांरटी का समयावधि तक समाप्त होने के कगार पंहुच चुकी है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अल्ट्रासांउड मशीन की आपूर्ति जरूर हुई है। पर उसके संचालन के लिए आपरेटर की तैनाती अथवा प्रतिनियुक्ति नहीं की जा सकी है। वहीं अनुमंडल अस्पताल में ईसीजी मशीन अनुपयोगी बना हुआ है।

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कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए अस्पताल खुद को तैयार कर रहा है। स्वास्थ विभाग द्वारा पर्याप्त संख्या में आक्सीजन सिलेंडर एवं ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन उपलब्ध कराया जा चुका है। आक्सीजन प्लांट के लिए जेनरेटर सेट मुहैया कराए जाने को लेकर प्रक्रिया जारी है।

डा.गिरीश कुमार सिंह, प्रभारी उपाधीक्षक, अनुमंडल अस्पताल, डुमरांव।

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