भोजपुर में पूर्व मुखिया को गोली मारे जाने में हथियार समेत दो गिरफ्तार
जगदीशपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत आरा-मोहनिया एनएच-30 पर नारायणपुर गांव के समीप पूर्व मुखिया गयानाथ सिंह को गोली मारे जाने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है।
आरा। जगदीशपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत आरा-मोहनिया एनएच-30 पर नारायणपुर गांव के समीप पूर्व मुखिया गयानाथ सिंह को गोली मारे जाने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में कांड में संलिप्त दो बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। साथी एक पिस्तौल व कारतूस बरामद किया गया है। इसकी जानकारी रविवार को भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में चांदी थाना के मठियापुर गांव निवासी प्रिस कुमार सिंह उर्फ प्रिस यादव तथा जगदीशपुर के विमवां मठिया निवासी पिटू कुमार को गिरफ्तार किया गया है। जबकि, कांड के मुख्य मास्टर माइंड समेत अन्य की तलाश जारी है। अवैध हथियार की बरामदगी को लेकर अलग से केस दर्ज किया गया है।
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मां की पुण्यतिथि का कार्ड बांटकर घर जाने के दौरान मारी गई थी गोली
25 अगस्त को हरनही निवासी बिमवां पंचायत के पूर्व मुखिया गयानाथ सिंह 35 अगस्त को अपनी मां की पुण्यतिथि का कार्ड बांटकर घर जा रहे थे कि उसी दौरान आरा-मोहनियां हाइवे पर नारायणपुर के समीप दो अगल-अलग बाइक पर सवार पांच अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी। जिसे लेकर पूर्व मुखिया ने चरपोखरी थाना के इंगलिशपुर-सेमरांव गांव निवासी वांछित अजय यादव समेत अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराया था। घटना के बाद एसपी ने जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था।
--- इधर, वैज्ञानिक व तकनीकी अनुसंधान के दौरान पुलिस टीम ने पहले असनी पुल बनास नदी के पास से लोडेड देसी कट्टा के साथ पहले चांदी थाना के मठियापुर निवासी प्रिस यादव को पकड़ा। जिसके बाद पूछताछ शुरू की गई तो पूरे कांड का पर्दाफाश हो गया। पूछताछ में उसने बताया कि उन्हें हत्या करने के लिए सुपारी दी गई थी। जगदीशपुर से ही पीछे कर रहे थे। योजना हत्या करने की थी। इस दौरान नारायणपुर के पास ओवरटेक कर गोली मारी गई। उसकी निशानदेही पर जगदीशपुर के विमवां मठिया निवासी पिटू यादव को पकड़ा गया। अवैध हथियार बरामदगी को अलग से केस दर्ज किया है। कांड में संलिप्त सभी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। टीम में जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन के अलावा टाउन इंस्पेक्टर शंभू भगत, जगदीशपुर के प्रभारी थानाध्यक्ष सौरव कुमार, दारोगा दिलीप कुमार निराला,डीआइयू के दारोगा सुदेह कुमार व अवधेश कुमार आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।
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सूद के 10 लाख रुपए को लेकर चल रहा विवाद
पुलिस के अनुसंधान में यह बात आई है कि सूद के पैसे को लेकर विवाद चला आ रहा था। जिसे लेकर घटना कारित होने की बात सामने आ रही है। मुख्य मास्टर माइंड का भांजा सूद पर पैसा लिया था जो बढ़कर अब करीब दस लाख रुपये हो गया था। इसे लेकर पूर्व मुखिया को टकपाने की योजना थी। मार्च महीने में भी गोलीबारी की घटना घटित हुई थी। एक बाइक सवार घायल हुआ था। केस अज्ञात किया गया था।