भोजपुर में जमीन पर लिटाकर हो रहा था डायरिया से आक्रांत बच्चों का इलाज, हंगामा

भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड के बड़ौरा पंचायत अंतर्गत पहरपुर गांव में डायरिया से कराह रहे बच्चों का इलाज किसी तरह जमीन पर लिटाकर झोला-झाप डाक्टरों के भरोसे से हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 10:50 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 10:50 PM (IST)
भोजपुर में जमीन पर लिटाकर हो रहा था डायरिया से आक्रांत बच्चों का इलाज, हंगामा
भोजपुर में जमीन पर लिटाकर हो रहा था डायरिया से आक्रांत बच्चों का इलाज, हंगामा

आरा। भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड के बड़ौरा पंचायत अंतर्गत पहरपुर गांव में डायरिया से कराह रहे बच्चों का इलाज किसी तरह जमीन पर लिटाकर झोला-झाप डाक्टरों के भरोसे से हो रहा है। जिससे आक्रोशित स्वजनों ने शनिवार को जमकर बवाल काटा। बाद में डाक्टर की टीम को भेजा गया। इधर, गांव की रीता देवी, सोना देवी,सुमित देवी, पूर्वी देवी, गणेश राम, श्रीनाथ राम सहित दर्जनों लोगों ने कहा कि पहरपुर महादलित टोले में डायरिया से छह बच्चों की मृत्यु हो गई है। जबकि एक दर्जन बच्चा आज भी डायरिया से पीड़ित है। लोगों ने बताया कि शुक्रवार को गड़हनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर आए थे और खानापूर्ति कर चले गए थे। ओआरएस, पारासिटामोल की दवा दिए थे। गणेश राम ने बताया कि मेरी दो बच्चियां रिकी कुमारी तथा अंजली कुमारी को शनिवार को डायरिया हो गया है। गांव में पांच बोतल पानी एक व्यक्ति को दे दिया गया कि आवश्यकता पड़ने पर चढ़वा लेना है। जिसके तहत वह अपनी दोनों बच्ची को स्थानीय चिकित्सक से मुहल्ले के पेड़ के नीचे पानी चढ़ावा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डायरिया का प्रकोप मोहल्ले में और बढ़ रहा है। पूर्व में मेरी बच्ची को डायरिया नहीं था। आज डायरिया से ग्रसित हो गई है।

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पेड़ में बांध कर चढ़ाया जा रहा था स्लाइन

दैनिक जागरण टीम शनिवार की दोपहर करीब 12.37 जब पहरपुर में डायरिया पीड़ितों की हाल जानने पहुंची। ग्रामीण चिकित्सक पेड़ के नीचे डायरिया पीड़ित बच्ची को स्लाइन चढ़ा रहे थे। स्लाइन का बोतल कपड़ा व रस्सी के सहारे पेड़ में बंधा हुआ था। डायरिया पीड़ित बच्ची के स्वजनों ने बताया कि कल ही यानी शुक्रवार को अस्पताल के चिकित्सकों ने सघन जांच नहीं की और खानापूर्ति कर चले गए। बताया जाता है कि समय रहते स्वास्थ्य विभाग सघन जांच कर यदि डायरिया पर अंकुश नहीं लगाता है तो और बच्चों की जान जा सकती है।

------ पहरपुर में शाम के समय पहुंची मेडिकल टीम

पहरपुर गांव स्थित महादलित टोले में शुक्रवार को दिन भर डायरिया से पीड़ित बच्चे कराहते रहें और स्वजन इधर- उधर भागदौड़ करते रहे। बाद में अपरा्हन करीब तीन बजे के आसपास जिले से सीनियर मेडिकल ऑफिसर के नेतृत्व में स्वास्थ विभाग की टीम पहरपुर का दौरा किया और सभी लोगों को ओआरएस, पेरासिटामोल टैबलेट देकर लौट गए। इस मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी हरेंद्र कुमार,स्वास्थ प्रबंधक अनिल कुमार शामिल थे।

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एसीएमओ बोले- डायरिया से दो मरे, बाकी बच्चो अन्य बीमारी से गई जान

इधर आरा से अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. केएन सिन्हा और एपीडेमियोलाजिस्ट डा. अर्पणा झा पहरपुर गांव पहुंची। प्रभावित गांवों का जायजा लिया। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि डायरिया से दो बच्चों की मौत हुई है। जबकि चार अन्य बच्चों की मौत निमोनिया, ग्लैंड टीबी व बुखार से हुई है। फिलहाल दो मरीज डायरिया से आक्रांत हैं।

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स्वास्थ्य प्रबंधक ने कहा अस्पताल जाने से कतरा रहे स्वजन

स्वास्थ्य प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया आरा से आए सीनियर मेडिकल आफिसर द्वारा पहरपुर गांव में विजिट किया गया है। लोग अस्पताल जाने से कतरा रहे हैं। ऐसे में वे लोग क्या कर सकते हैं।

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पहरपुर में डायरिया पीड़ित लोगों के बीच साबुन सर्फ का वितरित

संवाद सूत्र गड़हनी: प्रखंड के पहरपुर गांव स्थित महादलित टोले में शनिवार को समाजसेवी देवेंद्र यादव द्वारा डायरिया पीड़ित परिवारों व अन्य लोगों के बीच साफ-सफाई के मद्देनजर साबुन, सर्फ का वितरण किया गया।इस दौरान उन्होंने लोगों से सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ ताजा भोजन करने की सलाह दी। इस मौके पर सरल यादव, चंद्रमा सिंह, बहादुर सिंह, रंजन महतो सहित कई लोग मौजूद थे।

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फोटो फाइल

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जागरण प्रभाव: डायरिया प्रभावित दुबौली गांव पहुंचे विधायक

संवाद सूत्र, गड़हनी : दैनिक जागरण में डायरिया का कहर प्रकाशित होने के बाद अगिआंव विधायक मनोज मंजिल शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ दुबौली गांव पहुंचे। कुरकुरी पंचायत के दुबौली -लभुआनी महादलित टोले में डायरिया से अब तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। करीब दर्जनभर आक्रांत है। केवल दैनिक जागरण में छपी खबर का असर इस कदर रहा कि विधायक मनोज मंजिल सुबह साढ़े नौ बजे दुबौली- लभुआनी गांव स्थित महादलित मुहल्ले में पहुंचे तथा डायरिया से पीड़ित बच्चों के स्वजनों सहित मृत बच्चों के स्वजनों मिलकर जानकारियां ली। बाद में स्वास्थ विभाग की टीम को बुलाकर बारीकी से लोगों का स्वास्थ्य की जांच करने का निर्देश दिया। डायरिया से पीड़ितों को बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस से स्वास्थ्य केंद्र भेजवाया गया। विधायक ने सिविल सर्जन से मिलकर डायरिया प्रकोप के बढ़ते प्रभाव से अवगत कराया। सिविल सर्जन ने 24 घंटे निगरानी टीम का गठन किया है। इस मौके पर भाकपा माले ने अंचल सचिव रामछपित राम, अवधेश राम, कुरकुरी पंचायत सचिव धन किशोर रजक, इनोस नेता सोनू कुमार,दीपक कुमार, राकेश कुमार, विधायक के निजी सचिव आनंद कुमार,संजय साजन सहित कई लोग मौजूद थे।

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