सदर अस्पताल में शुरू हुआ तीन बेड वाला आइसीयू
सदर अस्पताल में बंद पड़े आइसीयू वार्ड एवं वेंटिलेटर सेवा को चालू कराने को लेकरदैनिक जागरणद्वारा लगातार तीन दिनों से चलाया जा रहा अभियान आखिरकार रंग लाया।
आरा। सदर अस्पताल में बंद पड़े आइसीयू वार्ड एवं वेंटिलेटर सेवा को चालू कराने को लेकर'दैनिक जागरण'द्वारा लगातार तीन दिनों से चलाया जा रहा अभियान आखिरकार रंग लाया। शनिवार से सदर अस्पताल में आइसीयू व वेंटिलेटर सेवा को बहाल कर दिया गया। इस मामले में डीएम रोशन कुशवाहा का प्रयास काफी सराहनीय रहा। उनके अथक प्रयास से आइसीयू को चालू कर दिया गया। फिलहाल तीन बेड की सुविधा मरीजों को मिलेगी। सिविल सर्जन एलपी झा की देखरेख में तीन गंभीर मरीजों को आइसीयू बेड पर शिफ्ट कर ट्रायल के तौर पर उनका इलाज किया गया। आइसीयू वार्ड शुरू होने से मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद जगी है।
गौरतलब हो कि सदर अस्पताल में बंद पड़े आइसीयू को चालू कराने के लिए केंद्रीय मंत्री आर.के सिंह ने भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
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आवश्यकता के अनुसार फिर बढ़ेगी बेडों की संख्या
जिला प्रशासन के अनुसार यह आइसीयू वार्ड डॉ. नरेश कुमार के नेतृत्व में कार्य करेगा। डॉक्टर के.एन सिन्हा इसके नोडल अधिकारी होंगे। आइसीयू चिकित्सा दल में डॉ. उदय कुमार, डॉ. शैलेन्द्र कुमार, डॉ. अमन समेत कई अन्य चिकित्सक तथा पारा मेडिकल स्टाफ होंगे। डॉ. उदय कुमार ने बताया कि फिलहाल तीन बेड है। जिन्हें आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया जा सकता है। नोडल चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि डीएम के संकल्प को सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने पूरा किया है। जिसमें डॉ. जयमीत अंकुर ने बाहर से आकर सदर अस्पताल के चिकित्सकों को मशीनें इंस्टॉल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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अब गंभीर मरीजों को पटना जाने से मिलेगा छुटकारा
सदर अस्पताल में आईसीयू वार्ड के प्रारंभ होने से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी एवं उन्हें पटना रेफर किए बिना भी बेहतर व्यवस्था के तहत इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
मालूम हो कि करीब छह साल पहले यानी दो अक्टूबर 2014 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने ओपीडी कक्ष के ऊपरी तल्ले पर छह बेड के नवनिर्मित गहन चिकित्सा केंद्र (आईसीयू वार्ड) का शुभारंभ किया था। जिसके बाद जिले के मरीजों ने राहत की सांस ली थी। आईसीयू के उद्घाटन के बाद मरीजों को ऐसा लगा था कि अब पटना रेफर होने से छुटकारा मिलेगी। लेकिन, आइसीयू बंद चला आ रहा था। जिसके चलते मरीजों को पटना जाना पड़ता था। दैनिक जागरण ने इसे लेकर लगातार 13 से लेकर 15 मई तक अभियान चलाया था। जिसके बाद जदयू नेता विश्वनाथ सिंह ने भी इस मामले को मुख्यमंत्री, जदयू के राष्ट्रीय सांसद आरसीपी सिंह, राज्य सभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह एवं पूर्व जदयू सांसद मीना सिंह तक पहुंचाया था। दो दिनों के अंदर चालू करने का आश्वासन दिया गया था।
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संविदा पर 11 डॉक्टर बहाल
आरा: सरकार के निर्देश पर जिले में चिकित्सकों के रिक्त 19 पदों के विरुद्ध संविदा पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. एलपी झा ने बताया कि कोरोना के इलाज में तेजी लाने के लिए 11 नए चिकित्सक संविदा पर नियुक्त किए गए हैं। जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात किया गया है।