पटना से शव आते ही भड़क उठा ग्रामीणों का गुस्सा

कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में चुनावी हिसा में मारे गए भाजपा समर्थक मलय सिंह का शव सोमवार की शाम करीब पांच बजे गांव पर आते ही ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 10:53 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 10:53 PM (IST)
पटना से शव आते ही भड़क उठा ग्रामीणों का गुस्सा
पटना से शव आते ही भड़क उठा ग्रामीणों का गुस्सा

आरा। कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में चुनावी हिसा में मारे गए भाजपा समर्थक मलय सिंह का शव सोमवार की शाम करीब पांच बजे गांव पर आते ही ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा। आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर गए। इसके बाद राजापुर गांव के पास आरा-छपरा फोरलेन को जाम कर दिया गया। गुस्साए ग्रामीण बीच सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए। इसके बाद रोषपूर्ण नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान आरा-छपरा फोरलेन पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। आलम यह था कि एक तरफ आंसू छलक रहे थे तो दूसरी तरफ आक्रोश। बाद में केन्द्रीय मंत्री राज कुमार सिंह एवं पूर्व मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह समेत कई नेता राजापुर गांव पहुंच गए। उन्होंने समझा-बुझाकर आक्रोश को शांत कराया। दरअसल, बताया जा रहा कि पटना में इलाज के दौरान मरे मलय सिंह का शव आने को लेकर सुबह से ही गांव के ग्रामीण समेत सगे-संबंधी प्रतीक्षा कर रहे थे। लेकिन, पोस्टमार्टम समेत कानूनी प्रक्रिया होते-होते शाम हो गया। एक

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तनाव को देखते हुए सुबह से ही कैंप कर रही थी पुलिस पटना में इलाजरत भाजपा समर्थक मलय सिंह की मौत की सूचना मिलते ही देखते ही देखते राजापुर और पचरूखिया गांव के बीच तनाव कायम हो गया। जिसके बाद जिलाधिकारी संजीव कुमार व एसपी आदित्य कुमार के आदेश पा एएसपी अभियान नीतीन कुमार व एसडीओ अरूण प्रकाश समेत आसपास के कई थानों को वहां भेज दिया गया। इसके अलावा पुलिस केन्द्र से भी अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर दी गई। जिससे की किसी तरह की अप्रिय घटना घटित नहीं हो सके।

बताया जा रहा कि कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव निवासी मलय सिंह रविवार को मतदान के दौरान अपने गांव के चार -पांच ग्रामीणों के साथ वोट देने के लिए गांव के हाई स्कूल स्थित मतदान केंद्र संख्या-271 व 272 पर जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में दुर्गा स्थान के समीप घेरकर हमला कर दिया गया। ईंट पत्थर से हमले में मलय सिंह व ओम प्रकाश सिंह समेत चार-पांच लोग घायल हो गए थे। बाद में गंभीर चोटें आने से घायल मलय सिंह व ओम प्रकाश सिंह को इलाज के लिए सदर अस्पताल,आरा लाया गया था ।जहां से गंभीर रूप से घायल ग्रामीण मलय सिंह को पटना रेफर कर दिया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि तुर्की पचरूखिया गांव के लोगों का वोट उनके बूथ नहीं था। बावजूद वहां के लोग उनके बूथ पर आकर जबरदस्ती दिखा रहे थे ।जिसे लेकर पहले दोनों गांवों के दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद जमकर ईंट पत्थर भी चले थे । इधर, घटना के बाद गंभीर रूप से घायल ग्रामीण को देखने के लिए केन्द्रीय मंत्री सह भाजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह तथा पूर्व भाजपा विधायक आशा देवी समेत कई भाजपा नेता सदर अस्पताल,आरा भी आए थे। ग्रामीणों का आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में लाठी-डंडा व ईट-पत्थर से मारपीट कर हत्या की गई है।

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दोपहर तक पति की मौत से अनजान रही पुष्पा हमले में राजापुर गांव निवासी मलय सिंह की मौत के बाद सोमवार की दोपहर तक उनकी पत्नी पुष्पा देवी पति की मौत से अनजान रही। दोपहर बाद शव के गांव आने के बाद पत्नी को पति की मौत की जानकारी मिली। जिसके बाद कोहराम मच गया। पति के वियोग में पुष्पा का रो-रोकर बुरा हाल था। आसपास की महिलाएं ढांढस बंधाने में लगी थी। मलय सिंह की मौत के बाद तीन बच्चों के सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है पिता की मौत के बाद दो बेटियों खुशबू, प्रीति कुमारी व एक बेटा अमर के आंखों से भी आंसू नहीं थम पा रहा था

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भतीजी की डोली के बाद निकली चाचा की अर्थी कोईलवर के राजापुर गांव में चुनावी हिसा में मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हंसते-खेलते घर में मातम पसर गया। बताया जा रहा कि रविवार को मतदान के दिन ही मारे गए मलय सिंह के भाई कमख्या सिंह की पुत्री अंशु की रात में बारात आने वाली थी। जिसे लेकर परिवार के सदस्य तैयारियों में जुटे थे। इस बीच वोट देने के दौरान ही उपजे विवाद ने परिवार की खुशियां छीन ली। सोमवार की सुबह भतीजी की डोली निकली तो शाम में चाचा मलय सिंह की अर्थी। परिजनों का करूणा विलाप देखकर सबका कलेजा फटा जा रहा था।

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केन्द्रीय मंत्री ने कहा, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा कोईलवर के राजापुर गांव पहुंचे केन्द्रीय मंत्री राज कुमार सिंह ने कहा कि हिसा व गड़बड़ी करने वाले तत्वों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। दोषियों पर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी। आक्रोशित ग्रामीणों ने इस घटना को लेकर कोईलवर थानाध्यक्ष पर कार्रवाई के साथ-साथ मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी देने की मांग की। केन्द्रीय मंत्री ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मलय सिंह की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। वे पार्टी के लिए संघर्ष के दौरान मरे है। इस मौके पर पूर्व मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह समेत कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।

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