भोजपुर में बेहतर प्रदर्शन के लिए एसपी को मिला प्रशस्ति पत्र

सीसीटीएनस में बेहतर प्रदर्शन के लिए भोजपुर एसपी हर किशोर राय को प्रशस्ति पत्र मिला है। सोमवार को पटेल भवन पटना में पुलिस सप्ताह दिवस पर आयोजित समारोह में उन्हें यह सम्मान मिला।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 11:02 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 11:02 PM (IST)
भोजपुर में बेहतर प्रदर्शन के लिए एसपी को मिला प्रशस्ति पत्र
भोजपुर में बेहतर प्रदर्शन के लिए एसपी को मिला प्रशस्ति पत्र

आरा। सीसीटीएनस में बेहतर प्रदर्शन के लिए भोजपुर एसपी हर किशोर राय को प्रशस्ति पत्र मिला है। सोमवार को पटेल भवन पटना में पुलिस सप्ताह दिवस पर आयोजित समारोह में उन्हें यह सम्मान मिला। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने अपने हाथों से भोजपुर एसपी को प्रशस्ति पत्र दिया। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक एस.के सिघल तथा सीसीटीएनएस के राज्य नोडल पदाधिकारी कमल किशोर सिंह समेत कई वरीय अफसर भी मौजूद थे। यह प्रशस्ति पत्र सारण व छपरा दोनों जिले में सीसीटीएनएस को शत-प्रतिशत क्रियान्वयन के लिए दिया गया है। आपको बताते चलें कि लंबे इंतजार के बाद एसपी श्री राय के निर्देशन में ही भोजपुर जिले के सभी 28 थाने क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) से जुड़े हैं। मुख्यालय से जनवरी महीने में 15 दिनों का जो ऑनलाइन रैकिग रिपोर्ट जारी हुआ था, उसमें भोजपुर एसपी हर किशोर राय को पहला स्थान मिला था। दूसरे स्थान पर औरंगाबाद एवं तीसरे स्थान पर कैमूर जिला रहा था। जनवरी महीने के रिपोर्ट के अनुसार सीसीटीएनएस से जुड़े जिले के सभी थानों में 14064 स्टेशन डायरी (एसडी), 417 एफआइआर तथा 925 अन्य पुलिस रिकार्ड ऑनलाइन इंट्री हुई थी। ऑनलाइन इंट्री में जिले की पुलिस को सौ प्रतिशत मार्किंग मिला था, जो अन्य 44 जिलों की अपेक्षा बेहतर माना गया था।

-----------

बॉक्स

----

रैकिग में जिले को मिला था पहला स्थान

भोजपुर जिले के जो थाने सीसीटीएनएस से जुड़ गए हैं, उसमें आरा नवादा, टाउन, मुफस्सिल, बड़हरा, कोईलवर, चांदी, संदेश, अजिमाबाद, सहार, चौरी, पवना, नारायणपुर, उदवंतनगर, गड़हनी, चरपोखरी, पीरो, तरारी, इमादपुर, सिकरहटा, अगिआंव बाजार, जगदीशपुर, आयर, धनगाई, शाहपुर, बिहिया, तियर थाना, एससी-एसटी व महिला थाना शामिल हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले के थानों को सीसीटीएनएस जोड़ा गया है। राज्य में अपराधियों और अपराध पर नजर रखने के साथ ही अनुसंधान में समुचित सहयोग के लिए सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिग नेटवर्किंग सिस्टम) तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 2014 से ही हुई थी, परंतु देश में सिर्फ बिहार ही एकमात्र राज्य है, जहां अब तक यह पूरा नहीं हुआ है।

chat bot
आपका साथी