घर-घर में रही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व कोरोना पर भारी पड़ा।
आरा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व कोरोना पर भारी पड़ा। कोरोना के कारण लोगों का उत्साह सड़कों पर नहीं दिखाई पड़ा लेकिन लोगों ने अपने-अपने घरों में पूजा स्थल को फूल माला व रंगीन लाइट से साज-सज्जा करते हुए धूमधाम से अपनी आस्था का इजहार किया। लोगों ने बाजार में सुबह से सड़कों पर फल-फूल और पर्व विशेष के खाद्यान्न सामग्री की खरीदारी की। शहर के मंदिर के ताले बंद थे लेकिन सजावट की व्यवस्था में कोई पीछे नहीं रहा। घर-घर में लोगों ने श्रीकृष्ण के बालरुप की मोहक झांकियां बनाकर अपनी श्रद्धा को प्रदर्शित किया। जगह-जगह भजन और कीर्तन के साथ-साथ आध्यात्मिक प्रवचन का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री सनातन शक्तिपीठ संस्थान तथा सनातन -सुरसरि फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ऑनलाइन सत्संग सह संगोष्ठी में प्रवचन करते हुए आचार्य (डॉ.) भारत भूषण पाण्डेय ने कहा कि संसार नश्वर एवं क्षणभंगुर है। जीव के मन से तुच्छ विषय भोगों की आसक्ति समाप्त कर उसके ह्दय में भगवत भक्ति का उदय कराने के लिए भगवान अवतार लेते है। उन्होंने कहा कि दूसरों की सहायता करने वाले देवता तथा दूसरों को पीड़ित करने वाले असुर कहलाते हैं। आचार्य ने जीवन और जगत को सार्थक करने के लिए भगवान की उपासना पर बल दिया। रोग, शोक, मोह व संताप आदि श्रीकृष्ण की उपासना से ही समाप्त हो सकते हैं। कार्यक्रम में शामिल संत, विद्वान और बुद्धिजीवियों का स्वागत जगदीश शास्त्री, संचालन अंजनी तिवारी तथा धन्यवाद ज्ञापन वासुदेवाचार्य ने किया। वहीं अखिल भारतीय यादव महासभा की जिला इकाई द्वारा स्थानीय शहीद अकली देवी नगर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कुमारी प्रिया द्वारा मंगलाचरण और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति पर माल्यार्पण से की गई। इस अवसर पर श्री भोजपुरिया ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन में कर्म को प्रधान बताया। अन्य शामिल लोगों में रामदेव सिंह यादव, जीतेन्द्र यादव, पुष्पेन्द्र यादव, आयुषी कुमारी, प्रियतम कुमारी, प्रियांशु और प्रिस कुमार भोजपुरिया आदि थे।