बीपीएससी परीक्षा में भोजपुर के सात उम्मीदवारों ने मारी बाजी
बिहार लोक सेवा आयोग के 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में भोजपुर जिले के सात उम्मीदवारों ने बाजी मारी है।
आरा। बिहार लोक सेवा आयोग के 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में भोजपुर जिले के सात उम्मीदवारों ने बाजी मारी है। इसमें दो महिला वर्ग से हैं। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अंतर्गत एचडी जैन कॉलेज के डेमोस्ट्रेटर अरुण कुमार के पुत्र जय कुमार ने 681 रैंक हासिल किया है। मिशन रोड पकड़ी निवासी एमपी हाई स्कूल बक्सर की शिक्षिका अर्पणा कुमारी को 469 रैंक मिला है। वहीं कोईलवर नगर पंचायत के वार्ड नंबर दो निवासी अनामिका को 2172 वां रैंक मिला है। दोनों महिलाएं परिवार संभालने के साथ सफलता हासिल किया है। बिहिया प्रखंड के दोघरा गांव निवासी किसान भुवनेश्वर ओझा के पुत्र अमृत कुमार ओझा ने बीपीएससी की परीक्षा में 159 रैंक, पीपरा जगदीश गांव के स्थायी निवासी तथा वर्तमान में बिहिया नगर में रहने वाले महायुद्दीन अंसारी के पुत्र मो.अजहरुद्दीन ने 1153 वीं रैंक प्राप्त प्राप्त किया है। उदवंतनगर के प्रखंड नाजिर मोहम्मद कलीम अख्तर को 1432 रैंक मिला है। कोइलवर की निवासी अनामिका प्रखण्ड एससी एसटी कल्याण पदाधिकारी के पद के लिए चयनित हुई है। नंदकिशोर प्रसाद गुप्ता व गीता देवी की पुत्री अनामिका ने अपने पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित की है। नगर पंचायत के टीबी सेनेटोरियम स्थित घर पर खुशी का माहौल है। उनको बधाई देने वालों का तांता घर लगा हुआ है। मैट्रिक की परीक्षा उसने स्थानीय तारामणि भगवान साह उच्च विद्यालय से उत्तीर्ण की है। महाराजा कॉलेज आरा से इंटर व पटना कॉलेज से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है। इसके बाद उसे वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की। उसकी शादी बीएसएफ में अधिकारी रवि से हुई है। अपनी सफलता का श्रेय उसने अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया है। कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, बल्कि निरंतर मेहनत से होता है। नौकरी के दौरान जरूरतमंदों औऱ समाज के अंतिम तबके तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाना लक्ष्य रहेगा। बिहिया नगर में रहने वाले महायुद्दीन अंसारी के पुत्र मो.अजहरुद्दीन को राजस्व सेवा के लिए चयनित किया गया है। पेशे से व्यवसायी पिता के और गृहिणी माता शाहजहां बेगम के पुत्र मो.अजहरुद्दीन 10 वीं की पढ़ाई उच्च विद्यालय, बिहिया से की है। फिर जवाहर नवोदय, बिहिया से इंटर करने के बाद अलीगढ़ विश्वविद्यालय से स्नातक किया। शुरू से ही इनका मिशन और फोकस सिविल सर्विस में जाने का था। वह अपना आदर्श महात्मा गांधी और एपीजे अब्दुल कलाम को मानते हैं। इनकी अन्य रूचि में बैडमिटन खेलना और इंटरनेशनल रिलेशनशिप शामिल है। अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिवार के सदस्यों और मित्रों को देते हुए बताया कि सरकारी पद पर रहते हुए सरकारी योजनाओं को अभिवंचित वर्ग तक पहुंचना उनका मुख्य कार्य होगा। कहना है कि कठिन परिश्रम,निरंतर अध्ययन,और स्वस्थ दिनचर्या सफल होने के लिए आवश्यक है।
--------------- बिहिया के दोघरा गांव निवासी किसान भुवनेश्वर ओझा के पुत्र अमृत कुमार ओझा को सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट में सहायक निदेशक का पद प्राप्त हुआ है। परिवार में पहली बार सरकारी नौकरी सहायक निदेशक की प्राप्त होने से घर में होली और दीवाली का माहौल रहा। किसान पिता भुवनेश्वर ओझा और गृहिणी माता विमला देवी की खुशी उफान पर है। अमृत कुमार ओझा छठवीं कक्षा तक की पढ़ाई बिहिया चौरास्ता स्थित निजी विद्यालय विश्व भारती शिक्षा सदन से पूरी की। सातवीं और आठवीं कक्षा की पढ़ाई बिहिया के निजी विद्यालय विवेकानन्द पब्लिक स्कूल और दसवीं कक्षा अर्थ पब्लिक स्कूल और इंटर एएन कॉलेज से किया। इंजीनियरिग की पढ़ाई जबलपुर से की। इस सफलता का श्रेय माता- पिता, परिवार के लोग, रिश्तेदार, मित्र, बचपन के गुरु विश्व भारती शिक्षा सदन के संचालक शिक्षक सियाराम ओझा सहित सभी को दिया। कहा कि पहले लक्ष्य तय करें। फिर इसे पाने के लिए कठिन परिश्रम करें। मिशन रोड पकड़ी निवासी, एमपी हाई स्कूल बक्सर की शिक्षिका अर्पणा कुमारी को बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित किया गया है। बुद्धिजीवियों, शिक्षकों, अधिवक्ताओं ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है। अर्पणा कुमारी, शिक्षक रामशरण शर्मा की पुत्री हैं। इनकी शादी वर्ष 2016 में बैंक ऑफिसर सनी सौरभ के साथ हुई थी। अपनी सफलता का श्रेय माता पिता परिवार के सदस्यों आरा बार एसोसिएशन के सहायक सचिव प्रमोद राय, अधिवक्ता, पूर्व प्राचार्य भारद्वाज तिवारी, प्रभारी प्राचार्य रजनीश तिवारी समाजसेवी भुवनेश्वर ठाकुर, रामेश्वर पांडे, पंकज ठाकुर, संजय कुमार सिह अधिवक्ता आदि थे। उदवंतनगर के प्रखंड नाजिर मोहम्मद कलीम अख्तर को वेलफेयर ऑफिसर के लिए चयनित किया गया है। 15 सालों से नौकरी करते हुए सफलता हासिल की। उन्होंने प्रखंड का नाम रोशन किया है। ना•ारि से प्रखंड कल्याण पदाधिकारी बनने पर परिजनों, पदाधिकारियों, सहकर्मियों सहित कार्यालय में खुशी का माहौल दिखा। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले डुमरिया प्रखंड के बीकुआं कलां गांव निवासी मो मोजिब के चौथे सुपुत्र है। उन्होंने पब्लिक हाई स्कूल, रानीगंज, गया से मैट्रिक तथा मगध विश्वविद्यालय से स्नातक प्रतिष्ठा की परीक्षा पास की। वर्ष 2005 में बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित लिपिकीय परीक्षा में चयनित किए गए थे। 2014 से उदवंतनगर प्रखंड में पहले लिपिक तदोपरांत नाजिर के रूप में सेवा देते रहे हैं। लिपिक की नौकरी को उन्होंने अपने अंतिम मंजिल नहीं मानी और बीपीएससी की तैयारी में तैयारी से जुटे रहे। अपनी उपलब्धि का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता के साथ-साथ सहकर्मियों को भी दिया। एचडी जैन कॉलेज के डेमोस्टेटर अरुण कुमार का पुत्र जय कुमार को प्रखंड पंचायत राज अधिकारी के लिए चयनित किया गया है। वह इंटर की पढ़ाई डीएवी, आरा और बीआईटी, मेसरा से इंजीनियरिग की पढ़ाई की है। बचपन से उनका रूझान सिविल सर्विस के प्रति था। इसलिए इंजीनियरिग की पढ़ाई के बाद बेंगलुरु में नौकरी की और सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी की। उनकी माता अनिता सिंह गृहणी हैं। कहा कि बिहार के छात्रों को सिविल सर्विस के प्रति अधिक रूझान होता है। क्योंकि इसमें बिहार को विकसित करने में मदद मिलती है। उन्होंने नौकरी के बावजूद नियमित रूप से छह से सात घंटे की पढ़ाई कर तैयारी की। पढ़ाई के लिए स्त्रोत जितना सटीक होगा, उतनी ही अच्छी तैयारी होगी। अधिक स्टडी मैटरियल होने से भ्रमित होने का खतरा अधिक होता है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा मित्र और गुरुजनों को दिया।