भोजपुर में किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है सरकार

किसान विरोधी विधेयक को लेकर जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Dec 2020 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 16 Dec 2020 11:20 PM (IST)
भोजपुर में किसानों की समस्याओं 
को लेकर गंभीर नहीं है सरकार
भोजपुर में किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है सरकार

आरा । किसान विरोधी विधेयक को लेकर जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह और संचालन प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता डॉ. बबन कुमार यादव ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। नया कानून बनने से पूरे देश के किसान सशंकित हैं। आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन के बाद आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। आम आदमी को खाने-पीने की चीजों पर कुछ खास लोगों का अधिपत्य हो जाएगा, जिसके चलते देश में अराजकता की स्थिति पैदा हो सकती है। सरकार को चाहिए कि इस काले कानून को तुरंत वापस ले। एपीएमसी लागू करे, केमिस्ट्री की गारंटी दे। अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि मोदी सरकार हमेशा किसान विरोधी रही है। यह बिल कॉर्पोरेट घराना को एवं उनके खास लोगों को लाभ पहुंचाने का मकसद है, इस मकसद को देश के किसान कभी पूरी होने नहीं देंगे। जाप के प्रधान महासचिव कमलेश तिवारी ने कहा कि सहकारी समितियों में व्यापारियों और सरकार के मान-सम्मान को सुरक्षित रखना है, ताकि समय आने पर इसे बेचा जा सके। किसान इस माल को गोदाम में रखकर उसके एवज में बैंक से लोन ले सकता है, जब सही भाव आए तो आराम से माल बेच सकें। पार्टी के प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कभी भी किसान के हित के लिए बात नहीं किए और कालाबाजारी को हमेशा बढ़ावा दिए। इस अवसर पर रघुपति यादव, सनोज कुमार, अक्षयलाल, हरेंद्र कुमार, बंटी कुमार, शिव कुमार, अमरेश कुमार यादव, शिवपाल यादव, सुजीत कुशवाहा, रितेश कुमार, विकास कुमार आदि मौजूद थे।

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