अब रेलवे फाटक पर उपलब्ध होंगी तमाम सुविधाएं
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की कई मांगों को पूरा करने के साथ रेलवे ने यूनियन की एक महत्वपूर्ण मांग रेलवे फाटक पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने आदेश भी जारी कर दिया है।
आरा। ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की कई मांगों को पूरा करने के साथ रेलवे ने यूनियन की एक महत्वपूर्ण मांग रेलवे फाटक पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने आदेश भी जारी कर दिया है। इस आदेश के मुताबिक निर्जन स्थलों पर अवस्थित रेलवे फाटक, जहां गेट मैन की ड्यूटी 24 घंटे की होती है, वहां अब तमाम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। फिलहाल इन फाटकों पर विपरीत मौसम में भी गेट मैन अपनी जान को जोखिम में डालकर रेलवे की सेवा करते हैं। अबतक इन फाटकों पर गेट मैन के लिए शौचालय से लेकर पेयजल जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं कराई गई है। यूनियन ने गेट मैन की इन समस्याओं को काफी संजीदगी के साथ रेल प्रशासन के समक्ष रखा था, जिस पर विचार करने के बाद रेल प्रशासन ने इन फाटकों पर शौचालय, पेयजल, रहने के लिए कमरा, बिजली, पंखा व लाइट की सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की है। इस बावत संबंधित अधिकारियों से सभी फाटकों का रिपोर्ट तलब किया गया है। साथ इन फाटकों पर 15 अगस्त से पहले तमाम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आवश्यक निर्देश दिया है। इस आशय की जानकारी देते हुए ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के स्थानीय अध्यक्ष मनोज कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस आदेश के लागू होने से बिहिया और कारीसाथ स्टेशन के बीच अवस्थित फाटक संख्या 51 व 52 के गेट मैन को बड़ी राहत मिलेगी। दोनों फाटक पूरी तरह से निर्जन स्थल पर अवस्थित हैं, जहां ड्यूटी करने वाले गेट मैन जान हथेली पर लेकर ड्यूटी करते हैं। उन्होंने बताया कि दानापुर रेलमंडल के आरा यूनिट से जुड़े स्टेशनों के समीप भी कई रेल फाटक मौजूद है, जहां के गेट मैन को स्टेशन के करीब होने से थोड़ी बहुत राहत जरूर मिल जाती है। पर इस फैसले के लागू होने के बाद अब उन फाटकों पर भी तमाम बुनियादी सुविधाए उपलब्ध होंगी। बता दें कि हाल ही में दानापुर में हुई रेल प्रशासन और ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की बैठक में रेल कर्मियों की कई लंबित मांगों को मंजूरी मिली है। इस आशय की जानकारी देते हुए यूनियन के स्थानीय अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक इंचार्ज के साथ ड्यूटी करने वाले ट्रैक मैन को ड्यूटी के आधार पर यात्रा भत्ता देय होगा। जबकि पहले ट्रैक मैन के लिए 15 दिन और इंचार्ज के लिए 25-26 दिनों की अधिकतम यात्रा भत्ता निर्धारित थी। वहीं कर्मचारियों की मांगों में शामिल लाइन में पेट्रोलिग करने वाले या की-मैन का काम करने वाले स्टाफ को गर्मी का ध्यान रखकर ग्लूकोज की आपूर्ति विभाग द्वारा की जाएगी। साथ ही आरा में जल्दी ही सामुदायिक भवन का निर्माण भी शुरू होगा, जिसका टेंडर हो चुका है। इसके अलावा शंटिग स्टाफ की ड्यूटी अब 12 घंटे के बदले 08 घंटों की होगी। श्री पांडेय ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कर्मचारियों के हित में कई लंबित मांगों को मंजूरी मिली है, जो यूनियन के संघर्षों की जीत है। कर्मचारियों की अन्य लंबित मांगों के समर्थन में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन का संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।
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