प्राचार्यों के लिए रात रहेगी भारी, ट्रांसफर कमेटी की बैठक आज

आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में 14 अगस्त को ट्रांसफर कमेटी की बैठक होगी। इसको लेकर विवि के प्राधानाचार्याें के बीच काफी असमंजस व संशय की स्थिति बनी रही। गुरुवार की शाम तक विवि की गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म रहा। सभी प्राधानाचार्यों की मोबाइल व्यस्त रहा। किसको कहां ट्रांसफर किया जा सकता है। इसमें मुख्यालय के एक प्रधानाचार्य काफी टेंशन में बताई गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 09:33 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:14 AM (IST)
प्राचार्यों के लिए रात रहेगी भारी,  ट्रांसफर कमेटी की बैठक आज
प्राचार्यों के लिए रात रहेगी भारी, ट्रांसफर कमेटी की बैठक आज

आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में 14 अगस्त को ट्रांसफर कमेटी की बैठक होगी। इसको लेकर विवि के प्राधानाचार्याें के बीच काफी असमंजस व संशय की स्थिति बनी रही। गुरुवार की शाम तक विवि की गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म रहा। सभी प्राधानाचार्यों की मोबाइल व्यस्त रहा। किसको कहां ट्रांसफर किया जा सकता है। इसमें मुख्यालय के एक प्रधानाचार्य काफी टेंशन में बताई गई। हालांकि कुलपति प्रो देवी प्रसाद तिवारी ने बताया कि एक ही कॉलेज में पांच वर्षों से जमे प्राचायों का स्थानांतरण दूसरे कॉलेजों में किया जाएगा। इस संकेत का मतलब यह निकाला जा रहा है कि एसवीबीवी कॉलेज, भभुआं के प्राचार्य डॉ. एसएन लाल और बक्सर के एमवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवीन कुमार का स्थानांरतण होना तय है। उन्हें दूसरे कॉलेज में स्थानांतरण किया जाएगा। बता दें कि डॉ. एसएन लाल को जेएलएन कॉलेज, डेहरी-ओन-सोन व डॉ. नवीन कुमार को डीके कॉलेज, डुमरांव के भी प्रभारी हैं। राजभवन के अनुसार किसी प्राचार्य को एक कॉलेज में अधिकतम पांच वर्ष कार्यरत रह सकते हैं। सबसे अहम सवाल डीके कॉलेज डुमरांव को लेकर है। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए प्रो धीरेंन्द्र कुमार सिंह का दावा भी मजबूत है। क्योंकि प्रो सिंह, शेरशाह कॉलेज, सासाराम से विगत 2005 में डीके कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग में प्रतिनियुक्ति पर आए थे। यहां वे 15 सालों तक बने रहे। इसमें एक साल प्रभारी प्रधानाचार्य भी रहे। विगत अगस्त 2019 में हुई ट्रांसफर कमेटी की बैठक में लिए गए फैसले के आलोक में उन्हें फिर शेरशाह कॉलेज जाना पड़ा था, लेकिन बाद में विवि के निर्देश और दोनों कॉलेज की सहमति से प्रो सिंह डीके कॉलेज, डुमरांव में योगदान दे चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में डीके कॉलेज में प्रो सिंह सबसे सीनियर शिक्षक हैं। इसलिए उनको प्रभारी शिक्षक बनने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। दूसरी ओर विवि में सिर्फ पांच कॉलेजों को छोड़कर सभी 12 कॉलेजों में प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं। ग्राम भारती कॉलेज, रामगढ़ में प्रो राधामोहन सिंह, एसपी जैन कॉलेज, सासाराम में प्रो गुरुचरण सिंह, शंकर कॉलेज में प्रो महेन्द्र नाथ सिंह, रोहतास महिला कॉलेज, सासाराम में प्रो सुधीर कुमार सिंह, महिला कॉलेज, डालमियानगर में प्रो अशोक सिंह, एसएस कॉलेज, बिक्रमगंज में प्रो एसएस भाष्करम और शेरशाह कॉलेज, सासाराम में प्रो कृष्णा प्रसाद सभी प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं। ऐसे में प्रो धीरेन्द़्र कुमार सिंह के दावा को इन्कार नहीं किया जा सकता।

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