भोजपुर में एक दर्जन से अधिक बनेंगे विद्युत शवदाह गृह

वैश्विक महामारी कोरोना काल ने विद्युत शवदाह गृह सहित मोक्ष धाम की महता को शासन से लेकर प्रशासन तक को एहसास कराया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:47 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:47 PM (IST)
भोजपुर में एक दर्जन से अधिक  बनेंगे विद्युत शवदाह गृह
भोजपुर में एक दर्जन से अधिक बनेंगे विद्युत शवदाह गृह

आरा: वैश्विक महामारी कोरोना काल ने विद्युत शवदाह गृह सहित मोक्ष धाम की महता को शासन से लेकर प्रशासन तक को एहसास कराया है। शवों को जलाने के लिए लकड़ियों की ढेर भी कम पड़ गए हैं। ऐसी स्थिति में भोजपुर से होकर बहने वाली मोक्षदायिनी गंगा एवं सोन नदी के प्रदूषित होने का खतरा भी बढ़ गया है। हाल के दिनों में गंगा नदी में अधजले शव सहित शव को बहा देने की घटना ने सरकारी सिस्टम से लेकर समाज की संवेदना को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। चाहे स्वजनों के समक्ष मजबूरी के जो कारण हो पर मानवीय संवेदनाएं भी विपरीत हालात को देख अपना धैर्य खो चुकी है। ऐसी स्थिति में भोजपुर की प्रमुख नदी मोक्षदायिनी गंगा और सोन नदी के किनारे एक दर्जन से अधिक विद्युत शवदाह गृह निर्माण कराने का फैसला जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने लिया है। इसके लिए पूर्व से और पूर्वजों द्वारा नदी घाटों के किनारे जहां दाह संस्कार होते आ रहे हैं, उन्हीं स्थलों को चिन्हित करते हुए संबंधित अंचलों के अंचल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।

जिलाधिकारी ने विद्युत शवदाह गृह सहित मोक्षधाम निर्माण के लिए स्थल चयन की सूची अविलंब भेजने का आदेश सभी संबंधित अंचलाधिकारियों को दिया है। ताकि चयनित स्थलों पर तुरंत निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा सके। बता दें कि जिले के शाहपुर, बिहिया, आरा सदर प्रखंड, बड़हरा, कोईलवर, संदेश और सहार अंचल के अंतर्गत गंगा एवं सोन नदी के किनारे एक लंबे अरसे से लोग दाह संस्कार करते आ रहे हैं। इन्हीं अंचलों के अंतर्गत गंगा एवं सोन नदी में विद्युत शवदाह गृह सहित मुक्त धाम का निर्माण किया जाएगा।

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गांगी नदी पर पूर्व में बना विद्युत शवदाह गृह होगा चालू पिछले एक दशक पूर्व जिला मुख्यालय स्थित गांगी नदी के किनारे बने विद्युत शवदाह गृह सहित मुक्तिधाम केंद्र को भी अविलंब चालू कराया जाएगा। इसके लिए नगर निगम के नगर आयुक्त धीरेंद्र पासवान को जिलाधिकारी ने आवश्यक दिशा- निर्देश देते हुए तकनीकी एक्सपर्ट से परामर्श करने का फरमान जारी किया है, ताकि इस विद्युत शवदाह गृह को चालू किया जा सके और लोगों को सुविधा मिल सके। बता दें कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने इसका निर्माण कराया था, जिसे नगर विकास विभाग के आदेश पर नगर निगम को हैंड ओवर किया जा चुका है। परंतु नगर निगम इसे चालू कराने की दिशा में न तो कभी रुचि दिखाई और न ही उच्च अधिकारी से लेकर विभागीय स्तर पर कोई पहल की। परंतु जिलाधिकारी ने इस पर संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त को कड़ा निर्देश जारी किया है, जिससे अब इसे चालू होने की संभावनाएं दिखने लगी है।

राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सात निश्चय पार्ट टू के अंतर्गत जिले की प्रमुख नदियों के किनारे एक दर्जन से अधिक विद्युत शवदाह गृह सहित मुक्तिधाम केंद्र का निर्माण किया जाएगा। जिले के गंगा एवं सोन नदी के किनारे इसका निर्माण होगा, जहां पहले से दाह संस्कार की परंपरा चली आ रही है। इसके लिए सभी संबंधित अंचलाधिकारी से स्थल चयनित कर सूची मांगी गई है। सूची के उपरांत निर्माण कार्य की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

रोशन कुशवाहा

जिलाधिकारी, भोजपुर

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