आसमान से बरस रही आग, पारा पहुंचा 41 पार
बीते दो-तीन दिनों से आसमान से बरस रही आग ने मनुष्यों समेत पशु-पक्षियों तक का जीना दुश्वार कर दिया है।
आरा। बीते दो-तीन दिनों से आसमान से बरस रही आग ने मनुष्यों समेत पशु-पक्षियों तक का जीना दुश्वार कर दिया है। आलम यह है कि मनुष्यों के लिए कोरोना को ले जारी लॉकडाउन में घरों में रहना अब बड़ी मुसीबत बन गई है। लॉकडाउन में ग्रामीणों के लिए बागीचे और घने पेड़ों की छाया से लेकर शहरी मध्यवर्गीय घरों में लगे कूलर और पंखे तक इस भीषण गर्मी और तपिश में बेमानी साबित हो रहे हैं। दो-तीन दिनों से तापमान का पारा 41 डिग्री सेल्सियस की ऊंचाई छूने लगा है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अगले सप्ताह भर में भी भोजपुर वासियों को इस प्रचंड गर्मी से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे है। मनुष्यों के लिए डीहाईड्रेशन, डायरिया, वोमेटिग, आंखों में जलन तथा चर्म रोग आदि से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बना रहता है।
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प्याउ की तलाश में भटक रहे राहगीर, प्रवासी श्रमिक तक हो रहे हलकान :
आरा: आरा शहर में कई सार्वजनिक स्थलों पर हरेक साल गर्मी के मौसम में मई शुरू होते ही स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा प्याउ की सेवा शुरू हो जाती थी। पर ये सेवाएं इन दिनों ढूंढे़ नहीं दिख रही है। चिलचिलाती धूप में पैदल सफर तय कर रहे राहगीरों भी प्याउ की तलाश में भटकते नजर आते हैं।
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तीन दिनों से चढ़ते पारा का विवरण:
तिथि न्यूनतम डिग्री अधिकतम डिग्री
शनिवार 22 27
रविवार 27 41
सोमवार 26 41
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प्रचंड गर्मी से होने वाली बीमारियां:
- डी हाईड्रेशन
- लू
- डायरिया
- आंखों में जलन
- चर्म रोग
- एनर्जी लॉस
- हिट स्ट्रेस
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बीमारियों से बचाव के उपाय:
- तेज धूप में बाहर न निकलें
- बाहर निकलने पर पूरे बदन को ढक कर रखें
- भरपूर पानी पिएं
- जरूरत पड़ने पर ओआरएस का घोल लें