भोजपुर में जांच में दोषी पाए गए कार्यपालक अभियंता

संवेदकों और इंजीनियरों के साथ कार्यालय कर्मियों के साथ गाली- गलौच एवं दु‌र्व्यवहार करना कार्यपालक अभियंता लघु जल संसाधन प्रमंडल आरा को महंगा पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 10:59 PM (IST)
भोजपुर में जांच में दोषी पाए गए कार्यपालक अभियंता
भोजपुर में जांच में दोषी पाए गए कार्यपालक अभियंता

आरा: संवेदकों और इंजीनियरों के साथ कार्यालय कर्मियों के साथ गाली- गलौच एवं दु‌र्व्यवहार करना कार्यपालक अभियंता, लघु जल संसाधन प्रमंडल, आरा को महंगा पड़ेगा। विभाग में लिखित शिकायत के बाद मुख्य अभियंता बिदेश्वरी राम और अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार शनिवार को कार्यपालक अभियंता के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए सुबह 9.30 बजे ही लघु जल संसाधन प्रमंडल, आरा कार्यालय पहुंचे गए और प्रमंडल से जुड़े सहायक अभियंता, कनीय अभियंता और कार्यालय के कर्मियों के साथ बारी-बारी से बातचीत की। कार्यालय कर्मियों से बातचीत के बाद मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता ने कार्यालय कक्ष से बाहर निकलकर परिसर में संवेदकों के साथ लंबी बातचीत की और वीडियो क्लिप बनाया। इस बाबत प्रथम ²ष्टया कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध की गई शिकायतों को सही पाए जाने का संकेत विभाग के दोनों उच्च पदाधिकारियों ने दिया। मुख्य अभियंता बिदेश्वरी राम ने कहा कि यह एक अत्यंत गंभीर मामला है और जांच के दौरान जो बातें सामने आई हैं, उससे स्पष्ट है कि कार्यपालक अभियंता दोषी हैं। उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता की शिकायतों से संबंधित जांच प्रतिवेदन प्रधान सचिव और मंत्री को सोमवार को उपलब्ध करा दिया जाएगा। साथ ही साक्ष्य के तौर पर वीडियो क्लिप को भी प्रस्तुत किया जाएगा। बातचीत के दौरान उन्होंने संकेत दिया कि कार्यपालक अभियंता का दो दिनों के अंदर तबादला हो जाएगा। इन्हें राज्य मुख्यालय में योगदान कराने की अनुशंसा की जाएगी, ताकि जिले में विकास का कार्य निर्बाध गति से जारी रहे। मुख्य अभियंता ने कहा कि ऐसे पदाधिकारी के फील्ड में रहने से विकास कार्य बाधित होता है। साथ में विभाग की भी बदनामी होती है।

---- कार्यपालक अभियंता का क्या है मामला:

संवेदकों से योजना राशि के भुगतान से पहले पांच प्रतिशत कमीशन देने, अभियंताओं के साथ गाली- गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने के बाद लघु सिचाई प्रमंडल आरा के कार्यपालक अभियंता के खिलाफ गुरुवार को संवेदक और इंजीनियरों का गुस्सा फूट पड़ा। संवेदक और इंजीनियर समेत कार्यालय के कर्मियों ने जमकर बवाल काटा और नारेबाजी की। दो घंटे तक कार्यपालक अभियंता का कार्यालय और परिसर रण क्षेत्र बना रहा। घटना के बाद शाम में लघु जल संसाधन प्रमंडल से जुड़े सहायक अभियंता, कनीय अभियंता और कर्मियों ने विभाग को लिखित शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता जांच को पहुंचे थे।

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विभागीय अभियंताओं और कर्मियों ने कहा इनके साथ काम करना हो गया है दुष्कर: लघु जल संसाधन प्रमंडल, आरा के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता और कार्यालय कर्मियों ने कहा कि मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को अपना बयान दिया कि इस कार्यपालक अभियंता के साथ कार्य करना दुष्कर हो गया। बात-बात में गाली-गलौज करने, जान से मारने और प्रताड़ित करने की कार्यपालक अभियंता द्वारा कहीं गई हर एक बात को रेखांकित करते हुए लोगों ने अपनी आपबीती सुनाई। सहायक अभियंता अशोक कुमार मंडल, मनोज कुमार, कनीय अभियंता अजय कुमार सिन्हा, मिथिलेश भारती, ऋषि कुमार, राजेश प्रसाद, गोविद कुमार, पारसनाथ सिंह, विजय कुमार, मुकेश कुमार, गोरखनाथ राम और राम प्रकाश ठाकुर का बयान दर्ज किया गया।

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समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कार्यालय में करेंगे तालाबंदी:

संवेदकों ने मुख्य अभियंता से अपने साथ घटित सभी घटनाओं का एक-एक कर वर्णन किया, जिसका वीडियो क्लिप विभागीय पदाधिकारियों ने तैयार किया। संवेदकों ने कहा कि यदि कार्यपालक अभियंता का स्थानांतरण अथवा समस्या का समाधान विभाग नहीं करता है तो कार्यपालक अभियंता के कार्यालय समेत अन्य कर्मियों के कार्यालय में तालाबंदी का कार्यक्रम अभियान चलाकर किया जाएगा। हम लोग कार्यपालक अभियंता के दु‌र्व्यवहार एवं पहले कमीशन के भुगतान की मांग से परेशान हो गए हैं। हमारे पास कोई चारा नहीं है। पिछले माह से 12 करोड़ का आवंटन प्राप्त हुआ है, परंतु कार्यपालक अभियंता के द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है।

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