भोजपुर में पहले इमरजेंसी कक्ष में घुसा, फिर रजिस्टर चुराकर हुआ फरार

आपने संपत्ति नकदी या वाहन चोर के बारे में तो बहुत बार सुना और देखा भी हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 11:18 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 11:18 PM (IST)
भोजपुर में पहले इमरजेंसी कक्ष में घुसा,
 फिर रजिस्टर चुराकर हुआ फरार
भोजपुर में पहले इमरजेंसी कक्ष में घुसा, फिर रजिस्टर चुराकर हुआ फरार

आरा: आपने संपत्ति, नकदी या वाहन चोर के बारे में तो बहुत बार सुना और देखा भी हो गया। लेकिन, आपको हम एक ऐसे चोर के बारे में लाइव दिखाने और बताने जा रहे है, जो इंजरी (जख्म) चोर है। इसके बारे में शायद ही आप कभी सुनें या देखें होगें। इसका खुलासा बुधवार को सदर अस्पताल, आरा के इमरजेंसी कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे के फूटेज से हुआ है। Xह्नह्वश्रह्ल;दैनिक जागरण'को भी यह फुटेज मिला है। घटना को लेकर टाउन थाना में शिकायत दर्ज करा दी गई है। हालांकि, रजिस्टर चोरों का सुराग अभी नहीं मिल सका हैं। पुलिस सीसीटीवी फूटेज की मदद से उसे चिह्नित करने के प्रयास में लगी हुई हैं। इंजरी रजिस्टर (जख्म प्रतिवेदन रजिस्टर) की चोरी के बाद स्वास्थ्य महकमा सकते में पड़ गया है। शुरूआती जांच में संभावना जताई जा रही हैं कि इसमें किसी घायल के ही प्रतिद्वंद्वी गुट का हाथ हो सकता है।

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अपने साथी के साथ बाइक से आया था फूटेज में कैद संदिग्ध

सीसीटीवी कैमरे में साफ नजर आता है कि एक संदिग्ध अपने एक अन्य साथी के साथ सुबह करीब आठ बजे एक बाइक से सदर अस्पताल, आरा के इमरजेंसी कक्ष परिसर में आता हैं। दोनों बाइक कैंपस में खड़ा कर देते है। इसके बाद कक्ष के अंदर घूस कर काफी देर बरामदे में मंडराते है। इस दौरान ड्यूटी में कार्यरत डॉक्टर जब सुबह आठ बजकर नौ मिनट के आसपास ओटी की ओर जाते है, तभी कैमरे में कैद संदिग्ध चिकित्सक कक्ष तक प्रवेश कर जाता है। जहां, पर कोई नहीं रहता हैं। ठीक आठ बजकर दस मिनट पर संदिग्ध आराम से चिकित्सक कक्ष के टेबल पर रखा सरकारी जख्म प्रतिवेदन रजिस्टर उठा लेता है। फिर आराम से रजिस्टर चुराकर चंपत हो जाता है। इस दौरान ड्यूटी में कार्यरत डॉक्टर से लेकर गार्ड तक को भनक तक नहीं लग पाती है।

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जख्म प्रतिवेदन पर ही आरोपित को होती है सजा

इजरी रजिस्टर यानी जख्म प्रतिवेदन रजिस्टर। जिसमें सदर अस्पताल आरा में इलाज के लिए आने वाले सारे पुलिस केस से संबंधित सभी घायलों का डिटेल जख्म इंट्री रहता है। उसी के आधार पर डॉक्टर पुलिस को जख्म प्रतिवेदन देती हैं। जिसे संबंधित केस का आईओ कोर्ट में समर्पित करता है। उसी आधार पर आरोपियों को सजा भी होती है।

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घायल का जख्म प्रतिवेदन लिखने के लिए खोजे जाने के बाद हुई रजिस्टर चोरी की जानकारी

इधर, सदर अस्पताल, आरा के कर्मचारियों ने बताया कि सदर अस्पताल, आरा के इमरजेंसी में एक घायल आया हुआ था। जिसका जख्म प्रतिवेदन लिखने के लिए जब इंजरी रजिस्टर को खोजा जाने लगा तो गायब मिला। बाद में इंजरी इंचार्ज से लेकर सारे स्टाफ से भी पूछताछ की गई।लेकिन, किसी को रजिस्टर के बारे में जानकारी नहीं थी। बुधवार को जब सीसीटीवी कैमरा के तकनीशियन को बुलाया गया और पूरे फूटेज को खंगाला गया तो तस्वीर साफ हो गई। सीसीटीवी फूटेज कैमरे से यह भी ज्ञात हुआ है कि रजिस्टर चोरी की घटना 21 फरवरी को ही पहले शिफ्ट में सुबह पहर घटित हुई है।

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12 घायलों का जख्म इंट्री था चोरी गए रजिस्टर के अंदर

बताया जाता हैं कि जो जख्म प्रतिवेदन रजिस्टर चोरी हुआ है, उसमें करीब 12 घायलों का जख्म इंट्री था। जिसे चोर शातिर तरीके से चोरी कर फरार हो गए। डॉक्टर से लेकर स्टाफ को इस बात की पूरी आशंका है कि जिन घायल लोगों का जख्म रजिस्टर में अंकित था उसी के प्रतिद्वंद्वी गुट ने साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया है। इसमें कही ना कही कर्मियों की संलिप्तता की भी संभावना जताई जा रही हैं। क्योंकि, जख्म प्रतिवेदन रजिस्टर कौन है और कहां हैं,यह केवल विभागीय लोगा ही जाते है। सदर अस्पताल के मैनेजर कौशल दुबे ने बताया कि सीसीटीवी फूटेज से रजिस्टर चोरी होने का खुलासा हुआ है। आगे की कार्रवाई चल रही है।

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टाइम लाइन

08:08 बजे सुबह में सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के परिसर में घूसे संदिग्ध

08:09 बजे सुबह में संदिग्ध इमरजेंसी कक्ष में अंदर प्रवेश किए

08:10 सुबह में चिकित्सक कक्ष से एक संदिग्ध जख्म प्रतिवेदन रजिस्टर चुराकर बाहर आया

08:11 बजे सुबह में दोनों रजिस्टर सहित बाइक से हो गए रफ्फूचक्कर

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