भोजपुर में रोस्टर चार्ट में आठ डॉक्टरों की ड्यूटी, नजर आए सिर्फ दो

कोरोना काल की इस घड़ी में कई लोग अन्य बीमारियों से भी मर रह हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 May 2021 11:18 PM (IST) Updated:Mon, 24 May 2021 11:18 PM (IST)
भोजपुर में रोस्टर चार्ट में आठ डॉक्टरों की ड्यूटी, नजर आए सिर्फ दो
भोजपुर में रोस्टर चार्ट में आठ डॉक्टरों की ड्यूटी, नजर आए सिर्फ दो

आरा। कोरोना काल की इस घड़ी में कई लोग अन्य बीमारियों से भी मर रह हैं। ऐसे में सरकार ने अभी तक सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा को बहाल कर रखा है। दैनिक जागरण ने सोमवार को संध्या समय सदर अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी से लेकर कोविड वार्ड के चिकित्सा कक्ष की पड़ताल की। पड़ताल के दौरान विशेषकर ओपीडी का नजारा चौंकाने वाला था। संध्या ओपीडी के ड्यूटी चार्ज में वैसे तो आठ डॉक्टरों की ड्यूटी का रोस्टर टंगा था। लेकिन, नजर आए सिर्फ दो चिकित्सक। एक चिकित्सक के बारे में बताया कि वे इमरजेंसी एवं ओपीडी दोनों जगह सेवा दे रहे हैं। एक तरफ जहां सरकार के गाइडलाइन के आधार पर भोजपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, वहीं चंद डॉक्टरों की लापरवाही के चलते स्वास्थ्य महकमे की साख पर आंच आ रही है। यानी ऐसे चंद डॉक्टर हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज पर काम कर रहे हैं। संध्या ओपीडी में केवल एक मेडिसिन व स्त्री रोग विभाग की डॉक्टर नजर आईं

सदर अस्पताल का ओपीडी कक्ष। समय संध्या शाम 4: 53 बजे। दैनिक जागरण की टीम जब ओपीडी कक्ष पहुंची तो सिर्फ मेडिसिन एवं स्त्री रोग विभाग कक्ष में डॉक्टर ड्यूटी करते नजर आए। मेडिसिन में डॉक्टर प्रभात एवं स्त्री कक्ष में डॉ. मधुबाला ड्यूटी कर रही थीं। एक-एक जो मरीज आ रहे थे, उन्हें डॉक्टर देख रहे थे। कक्ष के बाहर रोस्टर ड्यूटी का चार्ट लगा था। जिसमें सर्जरी, हड्डी, नेत्र, चर्म, दंत समेत अन्य विभागों के डॉक्टरों का नाम चस्पा था। ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों ने बताया कि नेत्र विभाग के डॉक्टर की ड्यूटी इमरजेंसी एवं ओपीडी दोनों जगहों पर लगी है। इसलिए वह वहीं पर हैं। टीम जब इमरजेंसी पहुंची तो वहां पर दो चिकित्सक डॉ. एस. किशुन एवं डॉ. एसके प्रसाद ड्यूटी पर थे।

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दो शिफ्ट में चलता हैं ओपीडी सेवा

सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा दो शिफ्ट में संचालित होता है। पहला शिफ्ट सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक संचालित होता है। दूसरा शिफ्ट शाम चार बजे से छह बजे तक चलता है। दोनों शिफ्ट में सभी विभागों के डॉक्टरों की ड्यूटी लगती है। अमूमन सुबह के शिफ्ट में तो डॉक्टर लेटलतीफ चले आते हैं। लेकिन, शाम के शिफ्ट में ओपीडी सेवा कक्ष भगवान भरोसे संचालित होता है। ---

कोविड सह आइसीयू वार्ड के कक्ष में एक भी डॉक्टर नहीं थे, पूछने पर नर्सें बोली खाना खाने गए है.. सदर अस्पताल का कोविड सह आइसीयू वार्ड कक्ष। समय अपराह्न 3:30 बजे। जब टीम पहुंची तो चिकित्सक कक्ष में केवल दो नर्सें ड्यूटी पर तैनात दिखी। डॉक्टर की कुर्सी खाली थी। पूछने पर नर्सों ने बताया कि डॉक्टर साहब खाना खाने गए हैं। जानकारी लेते पर पता चला कि कोविड वार्ड में 12 एवं आइसीयू में चार मरीज भर्ती हैं। आइसीयू सह कोविड वार्ड में भी 24 घंटे तीन शिफ्ट में डॉक्टरों से लेकर कर्मियों की तैनाती की गई है। पहला शिफ्ट सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक , दूसरा शिफ्ट दोपहर दो बजे से रात आठ बजे तक एवं तीसरा शिफ्ट रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक संचालित होता है। रोस्टर चार्ट तो टंगा नजर नहीं आया। पूछने पर बताया कि प्रत्येक शिफ्ट में तीन नर्स एवं दो डॉक्टरों की ड्यूटी रहती है।

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