लोकसभा चुनाव में मोदी के झूठे दावों का करारा जवाब देगी जनता : दीपंकर

भोजपुर। भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि चुनावी नतीजे केंद्र और राज्यों की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 07:55 PM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 07:55 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में मोदी के झूठे दावों का करारा जवाब देगी जनता : दीपंकर
लोकसभा चुनाव में मोदी के झूठे दावों का करारा जवाब देगी जनता : दीपंकर

भोजपुर। भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि चुनावी नतीजे केंद्र और राज्यों की भाजपा सरकारों के खिलाफ बढ़ रहे जनविक्षोभ, खासकर दलितों, आदिवासियों और किसानों के गुस्से की निर्णायक अभिव्यक्ति है। भाजपा को इन चुनावों में पूरी तरह मात खानी पड़ी है।  इन चुनावी नतीजों ने इस मिथ को ध्वस्त कर दिया है कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा चुनाव नहीं हार सकती, बल्कि ये इसकी संभावना को पुष्ट करती है कि जिस तरह जनता ने 1977 में कांग्रेस को आपातकाल व तानाशाही तथा 2004 में वाजपेयी सरकार को फर्जी शाइ¨नग इंडिया के लिए सबक सिखाया था, उसी तरह 2019 में मोदी सरकार के अच्छे दिन समेत तमाम झूठे दावों यानि जुमलों का वह करारा जवाब देगी। भाकपा माले के पूर्व महासचिव विनोद मिश्र के 20वें स्मृति दिवस पर स्थानीय चंदवा(रामनरेश राम नगर) के ग्रीन हेवन रेसॉर्ट(डी.पी. बख्शी सभागार) में आयोजित तीन दिवसीय पार्टी के केन्द्रीय कमेटी के तीन दिवसीय पूर्णाधिवेशन के दूसरे दिन उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विधानसभा चुनावों में बेशक कांग्रेस को फायदा मिला है, लेकिन इन चुनावों में प्रचार के दौरान 'नरम ¨हदुत्व' का कार्ड खेलने, राहुल गांधी का गोत्र तलाशने और 84 के दंगों के आरोपी कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने से कांग्रेस की विश्वसीनयता को गहरा धक्का पहुंचा है। जनमानस तक यह संदेश गया है कि कांग्रेस भाजपा के फासीवाद के खिलाफ निर्णायक जंग नहीं लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि रफायल घोटाले के मामले में मोदी और उनकी सरकार किसी कीमत पर बच नहीं सकती। जिस तरीके से इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट लेने की कोशिश भाजपा ने की है, वह बेहद शर्मनाक है। यह फासिस्ट सरकार तमाम संस्थाओं की स्वायत्तता और विश्वसनीयता को नष्ट करने में लगी है। लेकिन उसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। इस सरकार को सत्ता से बेदखल करके उनके अपराधों के लिए वाजिब सजा देना होगा। उन्होंने कहा कि भाकपा-माले को देश में उभर रही नई राजनीतिक प्रवृत्तियों, खासकर दलितों, आदिवासियों, किसानों, आशा, आंगनबाड़ी और सफाई मजदूरों समेत असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के आंदोलनों और केंद्र सरकार की सांप्रदायिक-कारपोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ उभर रहे आंदोलनों को संगठित करने के लिए हरसंभव प्रयास करना होगा। अध्यक्ष मंडल के सदस्यों में पार्टी के पोलित ब्यूरो के वरिष्ठ सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य धीरेन्द्र झा(बिहार), बाला सुब्रहमणियम (पांडिचेरी), गीता मंडल(झारखंड), एन. मूर्ति (तेलंगाना), प्रतिमा इंगपी(असम) और सुधा चौधरी(राजस्थान)थीं। विदित हो कि पार्टी के ओपेन होने के बाद शहर में पार्टी केन्द्रीय कमिटी का यह पहला आयोजन है। इसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उतराखंड, बंगाल, पंजाब, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र आदि के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।

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