शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन श्रद्धालुओं ने की मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना

शारदीय नवरात्र शनिवार से शुरू हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 10:47 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 10:47 PM (IST)
शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन श्रद्धालुओं 
ने की मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना
शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन श्रद्धालुओं ने की मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना

आरा। शारदीय नवरात्र शनिवार से शुरू हुआ। इसको लेकर चारों ओर चहल-पहल देखी गई। मंदिरों में श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ दिखी। वहीं कोरोना संक्रमण के कारण बिहार सरकार और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से जारी निर्देश के आलोक में शहर के चौक-चौराहे पर न भव्य पंडाल दिखा और न उसमें निर्माण होते भव्य प्रतिमाएं। जिसके कारण चौक-चौराहों पर विशेष भीड़ नहीं दिखी। वहीं श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में कलश स्थापना कर मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की। नवरात्र को लेकर चारों ओर भक्तिमय माहौल बन गया है।

मार्च के बाद अन्य त्योहारों की तरह नवरात्र पर भी कोरोना संक्रमण का व्याप्तक असर स्पष्ट दिख रहा है। बिहार सरकार व जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में चौक-चौराहे व मुख्य सड़क के किनारे कहीं भी भव्य पंडाल अथवा भव्य प्रतिमाएं बनती नहीं दिख रही हैं। जिसके कारण प्रतिमा स्थलों पर विशेष भीड़ नहीं दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी ओर शहर के मंदिरों में पूजा-अर्चना को लेकर सुबह से देर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। शहर के आरण्य देवी मंदिर, रमना मैदान के नव दुर्गा मंदिर, बाबू बाजार के काली मंदिर, शिवगंज के दुर्गा मंदिर, शिवगंज-शीतल टोला के बुढि़या माई मंदिर, नवादा के पीताम्बरा माई मंदिर समेत अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। आरण्य देवी मंदिर के पुजारी मनोज बाबा ने बताया कि प्रात: 4 बजे पट खुला आरती के पश्चात मंदिर में श्रद्धालुओं का पूजा-अर्चना को लेकर जो तांता लगा वह देर शाम समाप्त समाप्त हुआ। रात्रि में आरती का कार्यक्रम हुआ। मनोज बाबा ने बताया कि शाम में श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ हो जा रही है। विधि व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन से पुलिस बल की मांग की है। नव दुर्गा मंदिर के मुख्य संरक्षक सुमन बाबा ने बताया कि नवरात्र को लेकर मंदिर में प्रात: चार बजे मंदिर का पट खुला। कलश पूजन, गणेश लक्ष्मी की पूजा, नव दुर्गा की पूजा व मां श्रृंगार हुआ। तदोपरांत उनकी पूजा, दुर्गा सप्तशती का पाठ आदि का कार्यक्रम हुआ। संध्या वेला में मंदिर के अध्यक्ष सत्येन्द्र नारायण सिंह के साथ कमिटी के अन्य लोगों की मौजूदगी में आरती का कार्यक्रम हुआ। संचालन डॉ. सत्यनारायण उपाध्याय ने किया। सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए श्रद्धालु पूजा-अर्चना की।

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