आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर किया प्रदर्शन
गत दिन नगर पंचायत बिहिया के धुस मुहल्ले में महादलितों के घरों पर हुए हमले आरोपियों की गिरफ्तारी व थानाध्यक्ष की बर्खास्तगी को लेकर खिलाफ भाकपा-माले ने मंगलवार को प्रखंड सचिव हरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
आरा। गत दिन नगर पंचायत बिहिया के धुस मुहल्ले में महादलितों के घरों पर हुए हमले, आरोपियों की गिरफ्तारी व थानाध्यक्ष की बर्खास्तगी को लेकर खिलाफ भाकपा-माले ने मंगलवार को प्रखंड सचिव हरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान माले कार्यकर्ताओं ने बिहिया थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने समेत सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। साथ ही कहा कि माले कार्यकर्ताओ पर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो सड़क से विधान सभा तक संघर्ष किया जाएगा। प्रदर्शन में मौजूद बक्सर जिला डुमरांव विधायक सह इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजीत कुशवाहा ने धुस मुहल्ले में महादलित टोले पर हुए हमले व लूटपाट की घटना की निदा की। उन्होंने कहा कि अगर अपराधियों की गिरफ्तारी, पीड़ित महादलितों को उचित मुआवजा व न्याय नहीं मिला तथा बिहिया थानाध्यक्ष को बर्खास्त नहीं किया जाता है तो इससे भी बड़ा आंदोलन होगा, जिसका जिम्मेवार भोजपुर प्रशासन होगा। वहीं पूर्व विधायक व माले नेता चन्द्रदीप सिंह ने घटना के बाद बिहिया थानाध्यक्ष पर सुस्त रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि रिपोर्ट लिखवाने गये पीड़ितों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महादलितों द्वारा थाने को आवेदन दिये जाने के बाद भी अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाना पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है। मालूम हो कि गत 22 नवंबर की रात्रि को लगभग दो दर्जन लोगों द्वारा धुस स्थित महादलित बस्ती पर हमला करने, महिलाओं से छेड़खानी, लूटपाट व मारपीट करने का आरोप लगाते हुए बिहिया थाना में आवेदन दिया गया था, जबकि पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की है। प्रदर्शन से पूर्व माले कार्यकर्ताओं ने नगर में मार्च करते हुए थानाध्यक्ष व सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की थी। कार्यक्रम में शाहपुर विधानसभा सचिव हरेन्द्र सिंह, जगदीशपुर प्रखंड सचिव विजय कुमार, जनकवि कृष्ण कुमार निर्माेही, गणेश कुशवाहा, कमलेश यादव, शाहनवाज खान, पन्ना लाल राम, ईश्वरचन्द्र राम, नंदलाल, सोनाधारी समेत दर्जनों माले कार्यकर्ता शामिल थे।