धनतेरस पर दिखी भीड़, मगर जमकर नही हुई खरीदारी

धनतेरस को लेकर बाजार पूरी तरह सजा हुआ था। स्थाई दुकानों के अलावा चौक-चौराहे समेत आसपास अस्थाई दुकानें भी सजी थीं। लोगों की भीड़ भी पर्याप्त मात्रा में दिखी। मगर इन सब पर कोरोना का असर दिखा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Nov 2020 07:35 PM (IST) Updated:Thu, 12 Nov 2020 07:35 PM (IST)
धनतेरस पर दिखी भीड़, मगर जमकर नही हुई खरीदारी
धनतेरस पर दिखी भीड़, मगर जमकर नही हुई खरीदारी

भोजपुर । धनतेरस को लेकर बाजार पूरी तरह सजा हुआ था। स्थाई दुकानों के अलावा चौक-चौराहे समेत आसपास अस्थाई दुकानें भी सजी थीं। लोगों की भीड़ भी पर्याप्त मात्रा में दिखी। मगर इन सब पर कोरोना का असर दिखा। दुकानदारों के अनुसार भीड़ की अपेक्षा खरीदारी कम हुई। लोग छोटी-छोटी चीजें खरीदकर ही संतुष्ट दिखे। दुकानदारों ने जितनी अपेक्षा की थी, उससे कम सामानों की बिक्री हुई। क्रय शक्ति घटने के कारण लोगों ने छोटे-छोटे सामानों की खरीदारी कर संतुष्ट हो गए। आम दिनों में ही शहर में जाम से लोग परेशानी रहते हैं, गुरुवार को अधिक भीड़ के कारण और परेशानी झेलनी पड़ी। जगह-जगह जाम में लोग फंसे दिखे।

धनतेरस को लेकर बाजार पूरी तरह सजा हुआ था। अस्थाई दुकानों के दुकानदारों ने बुधवार की रात्रि से ही इसकी तैयारियां शुरू कर दी थीं। चित्रटोली रोड, गोपाली चौक, महादेवा, बिचली रोड, शीश महल चौक, जेल रोड, नवादा, पकड़ी समेत अन्य स्थानों पर स्थाई दुकानों के साथ अस्थाई दुकानें सजी थीं। सुबह से ही सोने-चांदी की दुकानों समेत इलेक्ट्रॉनिक, सर्राफा, ऑटोमोबाइल, बर्तन, मूर्ति, पूजन-सामग्रियों, झाड़ू आदि की दुकानों पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई। दोपहर के बाद देर शाम व रात में भी भीड़ देखी गई। लेकिन अपेक्षाकृत खरीदारी नहीं हुई। दुकानदारों के अनुसार कोरोना का असर व्यवसाय पर पड़ा है। पिछले साल की अपेक्षा लोगों ने कम खरीदारी की। सूरज स्टील फैक्ट्री के पंकज कुमार प्रभाकर ने बताया कि धनतेरस को लेकर हम लोगों ने जितनी तैयारी की थी, उतनी अच्छी बिक्री धनतेरस पर नहीं हो सकी। वैसे धीरे-धीरे मार्केट पकड़ रहा है। वहीं स्वर्ण व्यवसायी सुनील कुमार ने बताया कि धनतेरस पर गत वर्षों में जितनी अच्छी विक्री हुई थी, इस बार वैसी बात नहीं है। छोटी-छोटी चीजें ही खरीदकर ही संतुष्ट दिखे। वहीं बर्तन व्यवसायी मनोरंजन ने बताया कि तैयारी हम लोगों ने अच्छी की थी। लगभग ठीक-ठाक ब्रिकी रही।

----------

अधिकांश लोगों ने की झाड़ू की खरीदारी

आरा: गुरुवार को धनतेरस के मौके पर अधिकांश लोगों ने झाड़ू की खरीदारी की। दुकानदारों ने भी इसकी तैयारी कर रखी थी। धनतेरस के मौके पर सीक झाड़ू 40 रुपए से लेकर 50 रुपए तक मिला। वहीं फूल झाड़ू 60 रुपए से लेकर 80 रुपए तक में बिका। धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदकर कर घर में लाने से आर्थिक तंगी दूर होती है और कर्ज की स्थिति से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि इस दिन अधिकांश लोग झाड़ू अवश्य खरीदते हैं। विदित हो कि झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसमें माता लक्ष्मी का वास होता है। इसे नकारात्मक शक्तियों को दूर करने वाला और सकारात्मकता का संचार करने वाला भी माना जाता है।

----------

धनतेरस को आभूषण खरीदारी करने से बढ़ता है वैभव

जासं., आरा : संपन्नता, वैभव एवं धनलक्ष्मी का पर्व धनतेरस को सोना-चांदी के दुर्लभ एवं पुराने सिक्कों की खरीदारी करने से संपदा में वृध्दि होती है। पूरे बाजार में सोना-चांदी, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक, फर्नीचर ऑटोमोबाइल्स आदि दुकानों को लाइट एवं फूल मालाओं से सजाया गया था। कोरोना डर को धता बताते हुए अपनी जरूरत की चीजों की खरीददारी लिए भीड़ उमड़ पड़ी। सोना-चांदी एवं बर्तनों  एवं इलेक्ट्रॉनिक के दुकानों पर भीड़ देखी गयी। जेल रोड़ स्थित लल्लू साह एन्ड सन्स ज्वेलर्स, साड़ीवाला के प्रोपराइटर  दीपक कुमार अकेला ने बताया कि मद्रासी झुमका, जयपुरी मांगटीका, मारवाड़ी नथिया, बम्बईया नेकलेस, राजवाड़ा पायल आदि वेंडिग कलेक्शन के साथ ही आकर्षक साड़ियां, लेडिज सूट, लहंगा-चुन्नी, गाउन, बच्चों के सूट, शेरवानी, जींस, टीशर्ट आदि परिधान उचित मूल्य पर उपलब्ध है। जेल रोड स्थित गीता रेडियो के प्रोपराइटर निलाम्बुज कुमार ने बताया कि  अपनी लाडली की शादी में गिफ्ट देने एवं अपने घर के जरूरत के लिए विशेष आकर्षक गिफ्ट के साथ पैनासॉनिक, एलजी, गोदरेज आदि कम्पनियों के विभिन्न आकर्षक मॉडलों के फ्रिज, गीजर, वाशिग मशीन, टीवी आदि की जमकर खरीदारी की गई।

chat bot
आपका साथी