खेती-किसानी को भी कंपनी के हवाले करने पर है सरकार
कृषि कानून वापस लेने कृषि बाजार समिति की पुनर्बहाली तथा आरा प्रखंड मे धान क्रय केन्द्र खोल कर एमएसपी पर धान खरीद की गारंटी करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले जिला मुख्यालय से लेकर विभिन्न प्रखंडों में धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया।
आरा। कृषि कानून वापस लेने, कृषि बाजार समिति की पुनर्बहाली तथा आरा प्रखंड मे धान क्रय केन्द्र खोल कर एमएसपी पर धान खरीद की गारंटी करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले जिला मुख्यालय से लेकर विभिन्न प्रखंडों में धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। शहर में भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी रेलवे, बैंक, बीमा आदि को कंपनी के हवाले करने के बाद भारतीय खेती-किसानी को भी कंपनी के हवाले करने पर तुले हैं। वहीं देश का किसान इसे रोकने के लिए आंदोलनरत है। आरा प्रखंड मे भी धान क्रय केन्द्र खोल कर एमएसपी पर 1868-1888 रुपये प्रति क्विटल धान खरीदने की गारंटी करे। हम देश मे चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं तथा बिहार मे कृषि बाजार सीमित को पुन: बहाल करने की मांग करते हैं। वहीं आरवाईए नेता शिवप्रकाश राम ने कहा कि आज नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है। युवा बेरोजगार हो रहे हैं। सरकार रोजगार नहीं दे रही है तथा हमारी खेती-किसानी को नष्ट करने पर तुली है। प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोगों मे पार्टी जिला कमिटी सदस्य गोपाल प्रसाद, कौलेश चौधरी, छात्र राजद के भीम यादव, इस्लाम खां, जनार्दन गोंड़, रामनिवास बिन्द, भिखारी पासवान, विजय राम, राजमोहन कुशवाहा, गणेश राम आदि थे।
उदवन्तनगर से संवाद सूत्र के अनुसार प्रखंड मुख्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की शुरूआत हुई। इसका नेतृत्व माले केंद्रीय कमेटी सदस्य सह किसान नेता राजू यादव ने किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार द्वारा लाई गई तीनों कृषि बिल वापस लेने तक धरना पर बने रहने की बात कही। प्रदर्शनकारी लगातार सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। राजू यादव ने बताया कि सरकार कृषि क्षेत्र को अमीरों के हाथ में बेचना चाहती है तथा भारतीय किसान को और गरीब बनाने की सोच रखती है। जिला कमेटी सदस्य अजय गांधी ने कहा कि मोदी की सरकार अंबानी-अडानी की सरकार बन गई है। जिसमें गरीबों व किसानों का कोई स्थान नहीं है। किसान भूखे मर रहे हैं और सरकार सोई हुई है। मौके पर रामानुज जी, दीपा सिंह, शिवमंगल सिंह, क्यामुद्दीन अंसारी, लाल बहादुर चौधरी, बाबूलाल साह, सुरेंद्र शाह, अमरनाथ, भरत जी, रोहित कुमार, प्रमोद कुमार, मनीष कुमार आदि मौजूद थे