भोजपुर में बंद रहीं शहर की सोने-चांदी की दुकानें, व्यवसायियों का प्रदर्शन
केंद्र सरकार के एचयूआइडी कानून के खिलाफ सर्राफा एवं स्वर्णकार संघ द्वारा सोमवार को आहूत बंद को लेकर दुकानदार सड़क पर उतर गए।
आरा: केंद्र सरकार के एचयूआइडी कानून के खिलाफ सर्राफा एवं स्वर्णकार संघ द्वारा सोमवार को आहूत बंद को लेकर दुकानदार सड़क पर उतर गए। सभी सोने और चांदी के दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों को स्वत: बंद कर विरोध जताया और प्रदर्शन किया। इसे लेकर दोपहर 12 बजे गोपाली चौक स्थित घंटा घर के समीप सभी दुकानदारों ने कानून वापस लेने के लिए रोषपूर्ण नारेबाजी की। इस दौरान शहर के जेल रोड, गोपाली चौक, चित्र टोली रोड एवं शीशमहल चौक एवं बड़ी मजस्जिद रोड स्थित आभूषण की दुकानें बंद रहीं। खरीददारी करने आने वालों को निराश होकर लौटना पड़ा। इस दौरान सर्राफा एवं स्वर्णकार संघ से जुड़े व्यापारियों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गलत नियम लगाकर दुकानें बंद कराने की साजिश की जा रही है। कुछ वर्षों पहले एक्साइज ड्यूटी के खिलाफ पूरे भारत में 45 दिन एवं भोजपुर में 42 दिन सोने- चांदी की दुकानें बंद थीं। केंद्र सरकार को अपने ऊपर देश में किसी तरह का आंदोलन सहने की क्षमता नहीं है। बदले की भावना में सरकार ने ऐसा नियम लेकर आई है। जिससे सभी सोने- चांदी के दुकानदारों को खास करके मध्यवर्गीय एवं कारीगरों को अपनी दुकानें बंद करनी ही पड़ेगी। अगर सरकार इस पर यथाशीघ्र ध्यान नहीं देती है तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन में शामिल प्रमुख व्यवसायियों में निखिल जैन, दीपक कुमार अकेला, अनवर जमाल, आशु गुप्ता, विजेंद्र प्रसाद, मोनू जैन ,मुकुंद अग्रवाल , संतोष गुप्ता, कृष्णा प्रसाद, संदीप कुमार सोनी,सुनील कुमार जैन, अजय कृष्ण अग्रवाल, अनिल कुमार गुप्ता, कमल जैन ,पुटू जी, अमोद कुमार, विकास कुमार गुप्ता, शैलेंद्र गुप्ता, डॉ आर सी भूषण, पिटू कुमार, मनोज गुप्ता, डा. हरी जी, विनोद कुमार गुप्ता, कृष्णा जी आदि प्रमुख थे।
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फोटो फाइल
23 आरा 3
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हाल मार्किंग का विरोध नहीं, गलत नीतियों का विरोध
सर्राफा एवं स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष राज कुमार गुप्ता कहते हैं कि वे लोग हाल मार्किंग का विरोध नहीं करते हैं। वे गलत नीतियों व कानून का विरोध करते हैं। यह नियम लाया जा रहा है कि जो आभूषण हाल मार्किंग कर रहे हैं, उसे रजिस्टर पर अंकित कीजिए। जिन ग्राहकों को बिक्री करें उनका आधार कार्ड लीजिए, केवल इन सब बिदुओं पर परेशानी को लेकर विरोध है।
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फोटो फाइल
23 आरा 4
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नए कानून के जरिए व्यवसायियों को उलझाने की कोशिश
आभूषण दुकानदार निखिल जैन कहते हैं कि नए कानून के जरिए सरकार सिर्फ एक छोटे दुकानदार से लेकर बड़े दुकानदारों को एक तरीके से उलझा रही है। सरकार इस नियम को ब्रांड पर भी लागू करे। सिर्फ दुकानदार पर ही क्यों लागू कर रही है। सभी दुकानदार अपनी दुकान बंद कर सरकार को यह देना चाहते हैं कि अभी वक्त है आप संभल जाइए। सरकार और किसी समस्या को लेकर नोटिस नहीं लगा रही है।
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फोटो फाइल
23 आरा 5
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व्यवसायी चन्द्रभानू गुप्ता कहते हैं कि इस नए कानून से छोटे दुकानदार व छोटे कारीगरों को परेशानी होगी। केन्द्र सरकारा ब्रांड से कोई समझौता नहीं करना चाहती है। इससे आभूषण दुकानें बंद हो जाएंगी। हाल मार्किंग से भ्रम पैदा किया जा रहा है। हालांकि, इससे दुकानदारों को कोई परेशानी नहीं है। छोटे दुकानदार जो छोटा-छोटा गहना बनाते हैं, उन्हें परेशानी होगी।
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फोटो फाइल
23 आरा 6
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नए कानून से छोटे दुकानदार मारे जायेंगे
दुकानदार अनवर जमाल कहते हैं कि एचयूआईडी कानून से छोटे कारीगर व दुकानदार मारे जाएंगे। नए कानून में कारीगर को जीएसटी बिल देखना होगा। भारत मानक ब्यूरो को फार्म देना होगा। इसके बाद मोहर मार्किंग होगा। इसके बाद दुकानदार को दे सकेगा। कम पूंजी वाले कारगीरों को परेशानी होगी।